


RG कर पीड़िता के माता-पिता ने लॉ कॉलेज केस में परिजनों को दी सलाह, कहा- लंबी लड़ाई के लिए रहें तैयार
कोलकाता के लॉ कॉलेज में बलात्कार पीड़िता को आरजी कर मेडिकल कॉलेज की पीड़िता के माता-पिता ने ढांढस बंधाते हुए कहा है कि उन्हें भी एक लंबी और मुश्किल कानूनी लड़ाई के लिए तैयार रहना चाहिए।
लॉ कॉलेज परिसर में 25 जून को हुई इस घटना के बाद राज्य में आक्रोश और राजनीति का माहौल गर्म है। इसी बीच पिछले वर्ष आरजी कर मेडिकल कॉलेज में अपनी बेटी को खो चुके परिजनों ने कहा कि उन्हें डर है कि इस मामले में भी आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा सकती है, जैसा कि उनके साथ हुआ था।
पीड़िता की मां ने कहा, “मेरी बेटी के साथ हुए अपराध के बाद भी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। प्रशासन और सत्ता पक्ष एक बार फिर अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ते नजर आ रहे हैं। लॉ कॉलेज में जो कुछ हुआ, वह इस बात का संकेत है कि राजनीतिक संरक्षण में अपराधियों के हौसले कैसे बुलंद हैं।”
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पीड़िता के पिता ने स्पष्ट कहा कि आरोपियों को प्रभावशाली राजनीतिक समर्थन मिल रहा है और उन्हें बचाने के प्रयास हो सकते हैं। ऐसे में, लॉ कॉलेज पीड़िता के माता-पिता को भी आत्मनिर्भर होकर न्याय के लिए संघर्ष करना होगा।

उन्होंने यह भी कहा कि “जनता का समर्थन ही अब सबसे बड़ी ताकत है। जैसे हमें जनआंदोलन से ताकत मिली, वैसे ही अब लॉ कॉलेज पीड़िता के परिजनों को भी समाज से समर्थन जुटाना होगा।”
इस मामले में आरोपी तीनों युवकों—मोनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखोपाध्याय—का संबंध सत्ताधारी दल की छात्र इकाई तृणमूल छात्र परिषद (TMCP) से बताया जा रहा है। मोनोजीत पूर्व छात्र है जबकि अन्य दो वर्तमान में पढ़ाई कर रहे हैं।
तीनों को 1 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। सोशल मीडिया पर इन आरोपियों की तस्वीरें कई बड़े नेताओं के साथ वायरल हो रही हैं, जिससे राजनीतिक संरक्षण की आशंका और गहरी हो गई है।
अब यह देखना अहम होगा कि प्रशासन और न्यायिक तंत्र इस मामले को किस तरह से आगे बढ़ाते हैं और क्या वास्तव में पीड़िता को न्याय मिल पाएगा।