


ईरान-इजरायल युद्ध पर ट्रंप ने किया सीजफायर का ऐलान, ईरान ने खारिज किया
मध्य पूर्व में 12 दिन से जारी तनावपूर्ण हालात के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक अहम घोषणा करते हुए कहा कि ईरान और इजरायल के बीच पूर्ण युद्धविराम (सीजफायर) पर सहमति बन गई है। यह ऐलान ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर किया।
उन्होंने लिखा, “बधाई हो सभी को! ईरान और इजरायल के बीच अंतिम और पूर्ण युद्धविराम पर सहमति बन गई है। यह सीजफायर 6 घंटे में लागू हो जाएगा, जिसकी शुरुआत ईरान से होगी। 12 घंटे बाद इजरायल भी इसमें शामिल होगा, और 24 घंटे बाद इस संघर्ष को समाप्त मान लिया जाएगा।”
ट्रंप ने यह भी बताया कि यह घटनाक्रम तब संभव हुआ जब अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया। ट्रंप ने दोनों देशों की “सहनशक्ति, साहस और बुद्धिमत्ता” की सराहना की।
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12 दिन चला युद्ध
13 जून को इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले शुरू किए थे। इसके जवाब में ईरान ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। अमेरिका ने इस दौरान ईरान पर दबाव बनाते हुए उसके तीन परमाणु स्थलों पर हमले किए। इसके बाद ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर 14 मिसाइलें दागीं। हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार इसमें कोई जनहानि नहीं हुई।
ईरान का विरोध
ट्रंप की घोषणा के कुछ ही देर बाद ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने इसे खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “इजरायल को पहले अपनी सैन्य कार्रवाई बंद करनी होगी। हम युद्धविराम के किसी समझौते पर सहमत नहीं हुए हैं।”

इजरायल की स्थिति
इजरायली सेना ने कहा है कि अब तक नागरिकों के लिए जारी किए गए सुरक्षा निर्देशों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। आम लोगों को केवल आधिकारिक सूचना स्रोतों पर ही भरोसा करने और निर्देशों का पालन करने को कहा गया है। स्कूल, कार्यालय बंद हैं और लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध जारी रहेगा।
कतर की मध्यस्थता
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, इस पूरे घटनाक्रम में कतर ने मध्यस्थता की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कतर के अमीर से अनुरोध किया था कि वे ईरान से बातचीत करें। सूत्रों के मुताबिक, ईरान ने कतर के जरिए युद्धविराम प्रस्ताव पर विचार किया और कुछ शर्तों के साथ मौखिक सहमति दी।
अलग-अलग प्रतिक्रियाएं
इजरायल के प्रवास मामलों के मंत्री अमीचाई चिकली ने युद्धविराम की पुष्टि करते हुए ट्रंप और नेतन्याहू का आभार व्यक्त किया। वहीं, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने कहा कि ईरान किसी के सामने नहीं झुकेगा और वह किसी भी प्रकार की ज्यादती को बर्दाश्त नहीं करेगा।
निष्कर्ष
भले ही अमेरिका और इजरायल युद्धविराम की बात कर रहे हों, लेकिन ईरान की ओर से इसे स्पष्ट रूप से खारिज कर देना यह दर्शाता है कि हालात अभी पूरी तरह शांत नहीं हुए हैं। आधिकारिक पुष्टि के बिना किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाज़ी होगी। स्थिति पर नजर बनाए रखना जरूरी है।