


ईरान-इजरायल संघर्ष में अमेरिका और ईरान आमने-सामने, 950 से अधिक की मौत
ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में स्थिति बेहद तनावपूर्ण रही। अमेरिका के इस कदम की रूस और चीन ने कड़ी निंदा की है, जबकि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने चेताया कि यह युद्ध भयावह मोड़ ले सकता है।
वॉशिंगटन स्थित मानवाधिकार समूहों के मुताबिक, अब तक इजरायली हमलों में 950 ईरानी नागरिकों की जान जा चुकी है और 3450 से अधिक घायल हुए हैं। इजरायल ने कहा है कि हमलों में उसके 24 नागरिक मारे गए हैं और 1000 से अधिक घायल हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटरेस ने अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए हमलों को “खतरनाक मोड़” बताया और चेताया कि यदि तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो यह संघर्ष पूरे क्षेत्र को अस्थिर कर सकता है। उन्होंने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत फिर शुरू करने की अपील की।
- Advertisement -
रूस और चीन ने जताई आपत्ति
संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत फु कोंग ने कहा कि पश्चिम एशिया में बल प्रयोग से शांति नहीं लाई जा सकती। संवाद और कूटनीति ही एकमात्र रास्ता है। रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया ने अमेरिकी हमलों की तुलना इराक युद्ध से करते हुए कहा कि अमेरिका फिर एक बार ‘काल्पनिक बहाने’ के आधार पर कार्यवाही कर रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अतीत से कोई सबक नहीं लिया है।
अमेरिका का जवाब: निर्णायक कार्रवाई का समय
अमेरिका ने सुरक्षा परिषद से अपील की कि ईरान को इजरायल को धमकाने और परमाणु हथियारों के प्रयासों को रोकने के लिए कहा जाए। अमेरिकी प्रतिनिधि ने कहा कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को छिपाता आ रहा है, अब निर्णायक कार्रवाई का समय है।

क्षेत्रीय देशों की चिंता और प्रतिक्रिया
कतर, सऊदी अरब, यूएई और कुवैत जैसे खाड़ी देशों ने युद्ध की स्थिति पर गहरी चिंता जताई है। इन देशों ने अपने हवाई क्षेत्र और ठिकानों को किसी भी सैन्य उपयोग से दूर रखने की बात कही है और सभी पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया है। मिस्र, जॉर्डन और तुर्किये ने भी क्षेत्रीय अस्थिरता से बचने की अपील की है।
तुर्किये के विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी हमले को लेकर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि केवल बातचीत के जरिए ही परमाणु मुद्दे का समाधान संभव है। बहरीन ने एहतियातन 70% सरकारी कर्मचारियों को घर से काम करने का आदेश दिया है।
ईरान का जवाबी हमला: खैबर शेकन मिसाइल का इस्तेमाल
रविवार को ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने इजरायल पर 20वीं बार मिसाइल हमला किया। इस बार पहली बार ‘खैबर शेकन’ नामक अत्याधुनिक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का प्रयोग किया गया। यह मिसाइल बेन गुरियन हवाई अड्डे और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए दागी गई। इजरायल के अनुसार, हमले में 84 से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह मिसाइल दुश्मन के हवाई सुरक्षा तंत्र को भेदने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई है।
इस पूरे घटनाक्रम ने पश्चिम एशिया को नए संकट की ओर धकेल दिया है, जहां कूटनीति और संयम की सख्त ज़रूरत है।