


बोइंग 787 मामले में झूठी जानकारी देने पर एयर इंडिया ने दो क्रू मेंबर्स को हटाया, जांच में सामने आए अहम सबूत
नई दिल्ली। एयर इंडिया ने शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि मुंबई-लंदन फ्लाइट AI-129 में तकनीकी खामी की जांच के दौरान गलत जानकारी देने और अनुशासनहीनता बरतने पर दो वरिष्ठ फ्लाइट अटेंडेंट्स को बर्खास्त कर दिया गया है।
यह मामला 14 मई 2023 को मुंबई से लंदन पहुंची उड़ान AI-129 से जुड़ा है। फ्लाइट जब लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर डॉक की गई थी और यात्री उतर चुके थे, तभी विमान के एक आपातकालीन दरवाजे से स्लाइड अचानक सक्रिय हो गई।
जांच में सामने आया सच
एयर इंडिया के अनुसार, यह स्लाइड तब ही सक्रिय होती है जब दरवाजा आर्म्ड मोड में होता है। जबकि क्रू का दावा था कि दरवाजा मैनुअल मोड में था। एयरलाइन ने फोरेंसिक सबूतों, वीडियो फुटेज और डेटा लॉग के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला कि दरवाजा निष्क्रिय स्थिति में नहीं था।
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दो बार मिला मौका, फिर भी नहीं बदला बयान
एयर इंडिया ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि दोनों कर्मचारियों को दो बार अपना बयान संशोधित करने का मौका दिया गया, लेकिन उन्होंने अपनी बात नहीं बदली। इससे उनकी विश्वसनीयता और ईमानदारी पर सवाल उठे।

अनुशासनहीनता का आधार
कंपनी का कहना है कि यह सिर्फ बयान बदलने की बात नहीं, बल्कि जांच प्रक्रिया के प्रति लापरवाही और अनुशासनहीनता का मामला है। ऐसे मामलों में सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
AI171 दुर्घटना का गलत हवाला
बर्खास्त कर्मचारी अब फ्लाइट AI171 की दुर्घटना की आड़ में अपनी बात प्रचारित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे एयर इंडिया ने खारिज किया है।
मंत्रालय ने दी सफाई
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी स्पष्ट किया है कि फ्लाइट AI171 की जांच से जुड़े रिकॉर्ड (CVR व DFDR) को विदेश भेजने का अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। मंत्रालय ने सभी पक्षों से संयम बरतने और अटकलों से बचने की अपील की है।
यह मामला दिखाता है कि विमानन सुरक्षा के मामले में ज़रा सी चूक भी गंभीर परिणाम ला सकती है और एयरलाइन इस पर सख्त रुख अपनाए हुए है।