


ईरान-इजरायल जंग का आठवां दिन: न्यूक्लियर साइट पर दोबारा हमला, 650 से ज्यादा की मौत
तेहरान। मध्य पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच चुका है। इजरायल और ईरान के बीच जारी युद्ध शुक्रवार को आठवें दिन में प्रवेश कर गया। इसी दिन इजरायल ने ईरान के एक और न्यूक्लियर रिएक्टर पर हवाई हमला कर दिया। हमला खोंडव न्यूक्लियर साइट पर हुआ है, जो अराक रिएक्टर के बाद दूसरा निशाना बना।
दोनों ही साइट्स हेवी वॉटर रिएक्टर हैं, जो प्लूटोनियम निर्माण में इस्तेमाल होते हैं। इससे पहले अराक रिएक्टर पर हुए हमले के बाद इजरायल ने खोंडव को निशाना बनाते हुए स्थानीय नागरिकों को क्षेत्र खाली करने की चेतावनी दी थी।
तेहरान और तेलअवीव में तनाव बढ़ा
इजरायली फाइटर जेट्स ने तेहरान पर भी एयरस्ट्राइक की है, जिसके बाद ईरान ने तुरंत अपना एयर डिफेंस सिस्टम सक्रिय किया। जवाबी कार्रवाई में ईरान ने तेलअवीव की ओर मिसाइलें दागीं। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) के अनुसार मिसाइलों को रोकने की कोशिश की जा रही है और जनता को सुरक्षित स्थानों पर जाने की हिदायत दी गई है।
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जंग में अब तक 650 से ज्यादा की जान गई
अब तक के संघर्ष में ईरान में 639 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,329 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इजरायल में 24 लोगों की जान गई है जबकि 600 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं।

ईरान में जासूसी के आरोप में 24 गिरफ्तार
इस बीच ईरान ने इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप में 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार ये आरोपी ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से इजरायली एजेंसियों को सूचनाएं भेज रहे थे, जिनका मकसद ईरान की वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचाना था।
तनाव कम करने की कूटनीतिक पहल
इस युद्ध को रोकने के लिए कूटनीतिक प्रयास भी तेज हो गए हैं। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची के साथ ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के विदेश मंत्री बातचीत करेंगे। इस बैठक में यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कैलास भी शामिल होंगी।
निष्कर्ष:
मिडिल ईस्ट में जारी यह संघर्ष अब एक बड़े क्षेत्रीय संकट का रूप लेता जा रहा है। न्यूक्लियर साइट्स पर हो रहे हमले स्थिति को और संवेदनशील बना रहे हैं। कूटनीतिक प्रयास अगर सफल नहीं हुए, तो यह टकराव किसी भी समय और गंभीर रूप ले सकता है।