अलवर: साइबर ठगों ने अब पुराने वाहनों को ऑनलाइन बेचने के नाम पर लोगों से ठगी करना शुरू कर दिया है। सदर थाना पुलिस ने इस तरह की ठगी में लिप्त तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया है। एक आरोपी मौके से फरार होने में सफल रहा। ये कार्रवाई शीतल-पनियाला एक्सप्रेस हाईवे के पास की गई।
पहली कार्रवाई – स्कूटी बेचने के नाम पर ठगी
पुलिस ने रायबका से लूहरवाड़ी की ओर जाने वाले कच्चे रास्ते पर निर्माणाधीन अंडरपास के नीचे रात 1:30 बजे दबिश दी। मौके पर तीन युवक मोबाइल के जरिए साइबर ठगी कर रहे थे। पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगे, जिसमें एक आरोपी माजिद खान फरार हो गया जबकि परवेज और एक नाबालिग को पकड़ लिया गया। पूछताछ में परवेज ने बताया कि वे लोग आर्मी अधिकारियों की फर्जी प्रोफाइल बनाकर OLX जैसे ऐप्स पर स्कूटी बेचने का विज्ञापन डालते थे। स्कूटी की कीमत 25 हजार रुपये बताकर एडवांस राशि लेकर फरार हो जाते थे। अब तक वे करीब तीन लाख रुपये की ठगी कर चुके हैं। उपयोग की गई सिम कार्ड्स रायबका निवासी आरिफ से ली गई थीं।
दूसरी कार्रवाई – पुरानी कार के नाम पर ठगी
एक अन्य कार्रवाई में रायबका के मौजदीका में एक्सप्रेस हाईवे की निर्माणाधीन पुलिया के पास दबिश देकर दो और युवकों को पकड़ा गया। इन युवकों ने 2018 मॉडल की कार को मात्र 21 हजार किलोमीटर चली बताकर 71 हजार रुपये में बेचने का विज्ञापन डाला था। आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने इस तरह से करीब एक लाख रुपये की ठगी की है। पकड़े गए आरोपियों में साबिर (24), निवासी बेरला थाना जेरोली खैरथल और आरिफ, निवासी रायबका शामिल हैं। इनके पास से पांच हजार रुपये नकद और दो मोबाइल बरामद हुए हैं।
पुलिस की अपील
सदर थाना पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे ऑनलाइन सस्ते वाहन खरीदते समय सतर्क रहें। किसी भी अनजान व्यक्ति को एडवांस राशि देने से पहले उसकी सत्यता की जांच अवश्य करें।
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यह घटना साइबर सुरक्षा और डिजिटल जागरूकता की सख्त जरूरत को रेखांकित करती है।