


NEET में MBBS नहीं मिला? मेडिकल क्षेत्र में ये विकल्प भी शानदार हैं
NEET UG 2025 का परिणाम घोषित हो चुका है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित इस परीक्षा में देशभर से लाखों छात्रों ने हिस्सा लिया। इनमें से कई छात्र MBBS और BDS कोर्स में प्रवेश की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन सीमित सीटों और तीव्र प्रतिस्पर्धा के कारण हर इच्छुक छात्र को मनचाही सीट नहीं मिल पाई।
अगर आपको MBBS की सीट नहीं मिल पाई है, तो निराश होने की जरूरत नहीं है। मेडिकल क्षेत्र में ऐसे कई अन्य करियर विकल्प मौजूद हैं, जो न सिर्फ करियर की दृष्टि से सुरक्षित हैं, बल्कि समाज में सम्मान और स्थायित्व भी प्रदान करते हैं।
MBBS के अलावा इन करियर विकल्पों पर भी करें विचार:
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1. BSc नर्सिंग
चार साल का यह कोर्स अस्पतालों में सेवा भाव से काम करने के इच्छुक छात्रों के लिए आदर्श है। इसमें क्लिनिकल नर्सिंग, एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, पब्लिक हेल्थ और फार्माकोलॉजी की जानकारी दी जाती है।
2. BPT (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी)
फिजियोथेरेपी एक व्यावसायिक और व्यवहारिक विज्ञान है। यह कोर्स 4.5 साल का होता है जिसमें एक साल की इंटर्नशिप शामिल होती है। स्पोर्ट्स, न्यूरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स और पुनर्वास केंद्रों में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है।

3. BPharma (बैचलर ऑफ फार्मेसी)
दवाइयों, ड्रग डेवलेपमेंट और फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री में रुचि रखने वालों के लिए यह एक प्रमुख विकल्प है। फार्मेसी में ग्रेजुएशन के बाद छात्र रिसर्च, मार्केटिंग या सरकारी नौकरियों की दिशा में भी जा सकते हैं।
4. BSc बायोटेक्नोलॉजी / बायोमेडिकल साइंस
रिसर्च और तकनीकी क्षेत्र में करियर बनाने की सोच रखने वाले छात्रों के लिए यह कोर्स उपयुक्त है। जेनेटिक इंजीनियरिंग, वैक्सीन डेवलपमेंट, मेडिकल डिवाइसेज और डायग्नोस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में इसमें करियर की अपार संभावनाएं हैं।
5. BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी)
आयुर्वेदिक पद्धति में रुचि रखने वालों के लिए यह कोर्स आदर्श है। BAMS कोर्स 5.5 साल का होता है जिसमें 1 साल की इंटर्नशिप भी शामिल है। आयुर्वेदिक चिकित्सक बनने के साथ-साथ सरकारी और निजी क्षेत्र में रोजगार के कई अवसर मिलते हैं।
विशेषज्ञों की राय:
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि मेडिकल क्षेत्र में सफलता केवल MBBS तक सीमित नहीं है। हेल्थकेयर इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है और इसके लिए योग्य प्रोफेशनल्स की जरूरत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसलिए छात्रों को चाहिए कि वे अपने रूचि और क्षमताओं के अनुसार विकल्पों का मूल्यांकन करें और उनमें आगे बढ़ें।