राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) मुख्य परीक्षा 2024 के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। यह परीक्षा 17 और 18 जून 2025 को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित होगी। एडमिट कार्ड जारी होने के बाद उन हजारों अभ्यर्थियों में निराशा का माहौल है, जो पिछले दस दिनों से परीक्षा स्थगित करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे।
RPSC के इस फैसले ने साफ कर दिया है कि परीक्षा अपने तय समय पर ही होगी, जिससे अभ्यर्थियों की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है।
आंदोलन के बावजूद RPSC का अडिग रुख
पिछले दस दिनों से RAS के अभ्यर्थी राजस्थान यूनिवर्सिटी के गेट पर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी मांग थी कि RAS 2024 की मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिया जाए। कुछ अभ्यर्थी मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के आवास के बाहर भी प्रदर्शन कर चुके हैं। कई विधायकों ने भी RPSC को पत्र लिखकर परीक्षा स्थगित करने की मांग की थी। धरने के दौरान पांच अभ्यर्थियों की तबीयत भी खराब हुई थी।
लेकिन RPSC ने इन मांगों को खारिज करते हुए एडमिट कार्ड जारी कर परीक्षा स्थगित करने की संभावना लगभग समाप्त कर दी है। फिर भी कुछ अभ्यर्थी अंतिम समय में किसी बदलाव की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
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अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगें
अभ्यर्थियों का कहना है कि RAS 2023 का अंतिम परिणाम अभी तक घोषित नहीं हुआ है क्योंकि साक्षात्कार प्रक्रिया जारी है। इससे कई अभ्यर्थी, जो पिछले साल की भर्ती के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं, इस बार की मुख्य परीक्षा में भी शामिल हो रहे हैं। उनका तर्क है कि अगर कोई अभ्यर्थी दोनों परीक्षाओं में चयनित होता है, तो अन्य अभ्यर्थियों को सीटों का नुकसान होगा।
अभ्यर्थी चाहते हैं कि RPSC यूपीएससी की तरह वार्षिक परीक्षा कैलेंडर जारी करे ताकि भविष्य की परीक्षाओं की स्पष्टता बनी रहे। साथ ही, वे मुख्य परीक्षा को कम से कम तीन महीने आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं ताकि तैयारी का पर्याप्त समय मिल सके।
इसके अलावा, अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के कारण सरकारी कर्मचारियों और सैन्यकर्मियों के अवकाश रद्द कर दिए गए, जिससे उनकी परीक्षा की तैयारी प्रभावित हुई। वे कहते हैं कि अपर्याप्त तैयारी के कारण वे पूरी तरह तैयार नहीं हैं। इसके बावजूद, RPSC ने परीक्षा की तारीखों में कोई बदलाव नहीं किया।
अभ्यर्थियों के पास विकल्प क्या है?
एडमिट कार्ड जारी होने के बाद अब अभ्यर्थियों के पास परीक्षा की तैयारी तेज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। RPSC ने स्पष्ट किया है कि 17 और 18 जून को ही परीक्षा होगी। उम्मीदवारों को सलाह दी जा रही है कि वे धरना-प्रदर्शन की जगह बचा हुआ समय अपनी तैयारी में लगाएं और अच्छे अंक हासिल करने का प्रयास करें।