


श्रीनगर:
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्लाह ने हाल ही में माता वैष्णो देवी के दर्शन किए और लौटते समय वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से श्रीनगर पहुंचे। उन्होंने इस सफर को बेहद सुखद बताते हुए ट्रेन की सुविधाओं और महत्व की खुलकर सराहना की।
कटरा से श्रीनगर तक वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा करने के बाद फारूक अब्दुल्लाह ने कहा, “हमारा बहुत अच्छा सफर रहा। इस रेल सेवा से पर्यटन, व्यापार और लोगों की आवाजाही को नई गति मिलेगी। मैं ईश्वर को धन्यवाद देता हूं और उस व्यक्ति को भी, जिसने हमें यह ट्रेन दी।”
गौर करने वाली बात यह रही कि फारूक अब्दुल्लाह ने अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या भारतीय जनता पार्टी का नाम लिए बिना आभार प्रकट किया। उनका यह वक्तव्य चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जून 2025 को किया था।
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फारूक अब्दुल्लाह ने वंदे भारत एक्सप्रेस को जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए ‘गेमचेंजर’ बताया। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन न केवल तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाजनक है, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और पर्यटन के अवसर भी लाएगी।

वंदे भारत एक्सप्रेस कटरा और श्रीनगर के बीच सप्ताह में छह दिन चलती है (मंगलवार को छोड़कर)। यह ट्रेन कटरा से सुबह 8:10 बजे रवाना होकर बनिहाल में रुकते हुए 11:10 बजे श्रीनगर पहुंचती है। वहीं दूसरी ट्रेन दोपहर 2:55 बजे कटरा से चलती है और शाम 6:00 बजे श्रीनगर पहुंचती है।
इस रेल सेवा ने चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज — चिनाब ब्रिज — को भी एक नई पहचान दिलाई है। यह ट्रेन न केवल यातायात की दृष्टि से, बल्कि रणनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से भी घाटी के लिए अहम मानी जा रही है।
अब जब कटरा से श्रीनगर का सफर तीन घंटे में तय हो रहा है, जो पहले सड़क मार्ग से 6-7 घंटे में पूरा होता था, तो यह कहा जा रहा है कि यह ट्रेन घाटी की कनेक्टिविटी को एक नए स्तर पर ले जा चुकी है।