


भोपाल।
मध्य प्रदेश में विवादित बयानों और पार्टी विरोधी गतिविधियों से परेशान भारतीय जनता पार्टी अब एक्शन मोड में आ गई है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने ऐसे नेताओं और विधायकों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं जो अपने बयानों से बार-बार पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं। दिल्ली से आए इन निर्देशों के बाद प्रदेश संगठन में हलचल मच गई है।
सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अनुशासनहीनता और बेलगाम बयानबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा को विशेष रूप से तलब कर निर्देश दिए कि ऐसे नेताओं पर तुरंत लगाम लगाई जाए।
भाजपा में यह सख्ती हाल ही में मंत्री विजय शाह के विवादित बयान के बाद सामने आई है, जिसने पार्टी को असहज स्थिति में ला खड़ा किया। इससे पहले भी कई विधायक पार्टी विरोधी सुरों में बोलते पाए गए हैं।
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पार्टी के खिलाफ बोले विधायक:
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गुना विधायक पन्नालाल शाक्य ने हाल ही में आरोप लगाया कि प्रशासन उनकी बात नहीं सुनता और उन्हें केवल इसलिए नजरअंदाज किया जाता है क्योंकि वे अनुसूचित जाति से आते हैं।
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शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन ने पार्टी में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
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पिछोर विधायक प्रीतम लोधी ने प्रभारी मंत्री और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है।
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सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह और मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल ने पुलिस द्वारा धमकाने का आरोप लगाया है।
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पूर्व गृहमंत्री व खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह ने तो यहां तक कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों मिलकर उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
इन घटनाओं के चलते दिल्ली नेतृत्व ने अब स्पष्ट कर दिया है कि यदि कोई विधायक या नेता पार्टी लाइन से हटकर बयान देगा, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। आने वाले दिनों में कुछ नेताओं पर संगठनात्मक कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।