

ऑपरेशन सिंदूर पर सेना की ब्रीफिंग: 10 प्रमुख बातें
भारत की थल सेना, वायु सेना और नौसेना के सैन्य अधिकारियों ने रविवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर प्रेस ब्रीफिंग की। इस दौरान आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई, रणनीति और पाकिस्तान की जवाबी गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रस्तुतिकरण की शुरुआत शिव तांडव स्तोत्र की ध्वनि के साथ हुई, जिससे स्पष्ट संकेत दिया गया कि भारत अब निर्णायक रवैया अपना चुका है।
यहां ब्रीफिंग की 10 मुख्य बातें पढ़ें:
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तीनों सेनाओं ने साझा प्रेस ब्रीफिंग में ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी।
एयर मार्शल ए.के. भारती, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने मीडिया से बातचीत की। -
ऑपरेशन से पहले और बाद की तस्वीरें प्रस्तुत की गईं।
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई से पहले आतंकियों के अड्डे सक्रिय थे, लेकिन हमले के बाद कई ठिकाने खाली मिले।- Advertisement -
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सोच-समझकर चुने गए 9 आतंकी शिविरों पर हमला किया गया।
इनमें से अधिकांश नियंत्रण रेखा के पास स्थित थे। कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकी मारे गए। -
बड़े आतंकियों का सफाया हुआ।
यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद जैसे आतंकी मारे गए, जो IC-814 अपहरण और पुलवामा हमले में शामिल थे। -
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई में नागरिक इलाकों पर हमले हुए।
एलओसी पर गोलाबारी के साथ गांवों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया, जिसमें कई निर्दोष नागरिकों की जान गई। -
भारतीय वायु सेना और नौसेना की जवाबी कार्रवाई सटीक रही।
कराची, लाहौर और गुजरांवाला के पास सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। -
भारतीय वायु रक्षा प्रणाली पूरी तरह सतर्क रही।
श्रीनगर से नलिया तक फैले ड्रोन हमलों को नाकाम किया गया। दुश्मन के कई UAV और विमान मार गिराए गए। -
इंटीग्रेटेड सुरक्षा तंत्र बनाया गया।
वायुसेना और थल सेना की साझा वायु रक्षा प्रणाली ने दुश्मन के किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने दिया। -
लॉजिस्टिक ठिकानों और एयरफील्ड पर कई बार हमले की कोशिश हुई।
7 से 10 मई के बीच दुश्मन ने इन पर केंद्रित हमले किए, लेकिन भारतीय सेना की तैयारी ने उन्हें विफल कर दिया। -
सेना का स्पष्ट संदेश: संयम बरता लेकिन जवाब भी दिया।
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने पांच शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारतीय सेना अपनी नागरिक सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है।