

सीजफायर तोड़ा तो देंगे निर्णायक जवाब: सेना ने दी कड़ी चेतावनी
सेना ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर उसने आज रात भी सीजफायर का उल्लंघन किया, तो भारत की ओर से सख्त जवाब दिया जाएगा।
डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का मुख्य उद्देश्य आतंकियों के ठिकानों को नष्ट करना और उन्हें खत्म करना था। उन्होंने बताया कि अब तक 100 आतंकियों को मार गिराया गया है, जिनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे आतंकवादी शामिल हैं, जो आईसी814 हाईजैक और पुलवामा हमले में शामिल रहे हैं।
सेना ने आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर कार्रवाई के सबूत भी पेश किए। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या के बाद यह अभियान शुरू किया गया था।
ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमला
घई ने बताया कि 9-10 मई की रात पाकिस्तान ने एक बार फिर ड्रोन और एयरक्राफ्ट से भारतीय एयरफील्ड और जरूरी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे भारतीय एयरफोर्स और आर्मी एयर डिफेंस ने विफल कर दिया।
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उन्होंने कहा कि इस दौरान सीमा पार मौजूद आतंकी शिविरों और प्रशिक्षण केंद्रों की पहचान की गई, जिनमें से कई खाली हो चुके थे। खुफिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पंजाब प्रांत में स्थित 9 आतंकी शिविरों की पुष्टि की गई, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ मुरीदके भी शामिल है।
भारतीय वायुसेना का जवाबी हमला
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि 7 मई की शाम पाकिस्तान ने ड्रोन और UAV से हमले किए, जिनमें से तीन ड्रोन भारतीय क्षेत्र में उतरे, लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना ने मुरीदके में स्थित लश्कर के आतंकी अड्डों पर सटीक मिसाइल हमले किए और उन्हें पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।

भारती ने स्पष्ट किया कि भारत की लड़ाई पाकिस्तान की सेना या जनता से नहीं, बल्कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों से है। उन्होंने यह भी कहा कि वायुसेना के पास दुश्मन के हर ठिकाने को नष्ट करने की पूरी क्षमता है।
सीजफायर पर बातचीत और उल्लंघन
भारती ने बताया कि 10 मई को पाकिस्तानी DGMO से बातचीत में यह सहमति बनी थी कि शाम 7 बजे के बाद कोई हमला नहीं होगा, और अगली बातचीत 12 मई को होनी है। लेकिन इसी दिन पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए फिर ड्रोन हमले और फायरिंग की।
भारती ने कहा कि हमने स्पष्ट संदेश भेजा कि हम पर किए गए हमले का हमने जवाब दिया है और अगर आज रात भी हमला होता है, तो हम और भी कड़ा जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख ने हमें जवाबी कार्रवाई की पूरी स्वतंत्रता दी है और अगर भारत की संप्रभुता और अखंडता पर हमला हुआ, तो उसका निर्णायक जवाब दिया जाएगा।
भारती ने यह भी बताया कि 8 मई को भारतीय वायुसेना ने लाहौर स्थित पाकिस्तानी रडार साइट्स को भी सफलतापूर्वक निशाना बनाया। यह कार्रवाई सोच-समझकर की गई थी, बावजूद इसके पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले जारी रहे जिन्हें नाकाम किया गया।
DGMO ने बताया कि 7 से 10 मई के बीच नियंत्रण रेखा पर की गई जवाबी कार्रवाई में 35 से 40 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकियों को दंडित करना और आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त करना था।