


ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की जवाबी कोशिश नाकाम, रक्षा मंत्रालय में रणनीतिक बैठक
नई दिल्ली। भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ठिकानों पर की गई सटीक मिसाइल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने गुरुवार रात भारत के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना की चौकसी और तत्परता के चलते यह पूरी तरह विफल रही।
सीमा पर ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों — जैसे जम्मू, सांबा, बारामूला, कुपवाड़ा, उधमपुर, पठानकोट और जैसलमेर — में ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की। हालांकि, भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने 50 से अधिक ड्रोन को निष्क्रिय कर दिया।
इस अभियान में एल-70 गन, ज़ू-23 मिमी, शिल्का सिस्टम और आधुनिक काउंटर-यूएएस (Unmanned Aerial System) तकनीकों का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा, S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के जरिए पाकिस्तान द्वारा दागी गई मिसाइलों को भी सफलतापूर्वक नष्ट किया गया। यह प्रणाली भारत को रूस से प्राप्त हुई है और हवाई हमलों के खिलाफ सबसे आधुनिक सुरक्षा कवच मानी जाती है।
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ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाकिस्तान
भारत की हालिया कार्रवाई में नियंत्रण रेखा और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के 9 ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह किया गया था। इस सर्जिकल मिसाइल हमले के बाद पाकिस्तान ने बौखलाकर रात में जवाबी हमले की कोशिश की।
रक्षा मंत्री ने की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक
हालात की गंभीरता को देखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार सुबह साउथ ब्लॉक में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई। इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान, थलसेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुख शामिल हुए।
बैठक का उद्देश्य पाकिस्तान के साथ उत्पन्न तनाव की समीक्षा करना और भविष्य की रणनीति पर चर्चा करना था। सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना को चौबीसों घंटे सतर्क रहने और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।