


पाकिस्तान की भारी गोलाबारी में 15 नागरिकों की मौत, भारतीय सेना का एक जवान शहीद
भारतीय सेना के ऑपरेशन ‘सिंदूर’ से घबराई पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार रात जम्मू-कश्मीर के पुंछ और तंगधार क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित गांवों पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी। इस हमले में अब तक चार बच्चों समेत 15 नागरिकों की मौत हो चुकी है और 43 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
अधिकारियों के अनुसार, यह हमला भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद किया गया, जिससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पुंछ जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहां नियंत्रण रेखा के नजदीक स्थित एक गुरुद्वारा भी निशाना बना। इस हमले में गुरुद्वारे में रागी भाई अमरीक सिंह, अमरजीत सिंह, रंजीत सिंह और रूबी कौर की जान चली गई।
गोलाबारी के चलते कई गांवों में दहशत का माहौल है। लोग भूमिगत बंकरों में या घरों में सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। पुंछ के बालाकोट, मेंढर, मनकोट, कृष्णा घाटी, गुलपुर और केरनी क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है। कई घर और वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं।
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इस हमले में भारतीय सेना के 5 एफडी रेजिमेंट के लांस नायक दिनेश कुमार शहीद हो गए। सेना की व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि उनके सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
इसके अलावा बारामूला जिले के उरी सेक्टर में पांच नाबालिग बच्चों सहित 10 लोग घायल हुए, जबकि राजौरी में तीन और कुपवाड़ा जिले के करनाह सेक्टर में कई घरों में आग लग गई। सीमा पार से दोपहर तक गोलाबारी तीव्र रही, जो बाद में रुक-रुक कर जारी रही।
भारतीय सेना ने इस हमले का कड़ा जवाब देते हुए पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया और उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया है। अधिकारियों ने जानकारी दी कि सुरक्षा की दृष्टि से जम्मू क्षेत्र के पांच सीमावर्ती जिलों में बुधवार को सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रखे गए हैं।