


सेना को मिली खुली छूट, पीएम मोदी बोले- कार्रवाई का तरीका, समय और लक्ष्य सेना तय करे
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को प्रधानमंत्री आवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों को आतंकियों से निपटने के लिए पूरी छूट दी। उन्होंने कहा कि कार्रवाई का तरीका, समय और लक्ष्य सेना स्वयं तय करे। हमें अपनी सेना की क्षमता पर पूरा विश्वास है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी मौजूद रहे। बैठक में पहलगाम आतंकी हमले के बाद की स्थिति, सुरक्षाबलों की कार्रवाई और आगे की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई। यह बैठक करीब डेढ़ घंटे चली।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हमले का कड़ा जवाब देने की बात कही और दोहराया कि भारत आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को बख्शेगा नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दोषियों को सख्त सजा देने के निर्देश दिए।
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गृह मंत्रालय में भी हुई समीक्षा बैठक
हमले के बाद मंगलवार को ही केंद्रीय गृह मंत्रालय में एक अन्य उच्चस्तरीय बैठक हुई। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, बीएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक में आतंकी हमले के बाद की सुरक्षा तैयारियों और भविष्य की रणनीतियों पर विचार किया गया।
बुधवार को होगी सीसीएस की बैठक
इस बीच प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की अध्यक्षता करेंगे। यह बैठक पहलगाम हमले को लेकर बुलाई गई है। सीसीएस में रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त केंद्रीय कैबिनेट की एक अन्य बैठक भी बुधवार को प्रस्तावित है।
पहले भी लिए गए थे सख्त फैसले
गौरतलब है कि 23 अप्रैल को हुए पहले सीसीएस की बैठक में भी केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए थे। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना और पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश देना शामिल था। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया था कि निर्धारित समयसीमा में देश न छोड़ने वाले पाक नागरिकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।