


पहलगाम हमले के बाद सेना का बड़ा अभियान, आतंकियों के घर ध्वस्त
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने आतंकियों के खिलाफ बड़ा एक्शन शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना के बाद स्पष्ट किया कि आतंकवादियों को चुन-चुनकर जवाब दिया जाएगा। सेना घाटी में लगातार कार्रवाई कर रही है। अब तक 6 आतंकियों के घर शोपियां, पुलवामा और कुलगाम जिलों में ध्वस्त कर दिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में और बड़े ऑपरेशन चलाए जा सकते हैं।
नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की फायरिंग का सेना ने दिया सख्त जवाब
हमले के बाद नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की गई। 25-26 अप्रैल की रात पाकिस्तानी सैन्य चौकियों से छोटे हथियारों से फायरिंग की गई, जिसका भारतीय सैनिकों ने कड़ा और उपयुक्त जवाब दिया। सेना ने बताया कि इस फायरिंग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इससे पहले भी शुक्रवार को पाकिस्तान ने गोलीबारी की थी, जिसमें भारतीय सेना ने प्रभावी कार्रवाई करते हुए जवाब दिया था।
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सेना प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचे। उन्होंने उपराज्यपाल और राज्य के पुलिस महानिदेशक से मुलाकात कर सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सैन्य तैयारियों का निरीक्षण भी किया।

घुसपैठियों के खिलाफ देशभर में सख्त कार्रवाई, 500 से ज्यादा हिरासत में
गुजरात पुलिस ने अहमदाबाद और सूरत में 557 से अधिक अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने चंडोला क्षेत्र से 457 घुसपैठियों को पकड़ा, जबकि सूरत में 100 से अधिक लोगों को पकड़ा गया। पूछताछ के बाद कानूनी प्रक्रिया पूरी कर इन्हें डिपोर्ट किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई गृह राज्य मंत्री, डीजीपी और पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर चलाई गई है। पहले पकड़े गए 127 बांग्लादेशी नागरिकों में से 70 को पहले ही डिपोर्ट किया जा चुका है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पहलगाम हमले की निंदा की
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। परिषद के 15 सदस्य देशों ने इस हमले के आयोजकों, आरोपियों और वित्तपोषकों की जवाबदेही तय करने पर जोर दिया है। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। संयुक्त राष्ट्र ने भारत और नेपाल सरकार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है।