


बीकानेर: देशनोक हादसे में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत, न्याय की मांग को लेकर आंदोलन तेज
देशनोक क्षेत्र में करीब एक महीने पहले हुए दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद से पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर बीकानेर में बीते 10 दिनों से जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरना प्रदर्शन जारी है।
धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों ने बीते दिनों बीकानेर बंद का आह्वान किया था, जिससे आंदोलन की आग और तेज हो गई है। इस घटना ने न सिर्फ आमजन को झकझोरा है, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है।
इसी बीच, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए राज्य सरकार और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं।
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गहलोत ने अपने पोस्ट में लिखा कि, “मुआवजे की मांग को लेकर धरना दे रहे पीसीसी सचिव रामनिवास कूकणा के घर पर एक आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में पुलिस दल भेजा गया। जब वहां कुछ नहीं मिला तो खेत से ट्रांसफार्मर उतार लिया और फिर उनकी डेयरी को सील कर दिया।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “यह दर्शाता है कि मौजूदा सरकार के दबाव में पुलिस कानून की मर्यादाओं को लांघ रही है। यह कार्यवाही पूर्णतः अलोकतांत्रिक है। पुलिस अधिकारियों को ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए जिससे वे खुद कानून के घेरे में आ जाएं।”
यह मामला अब सामाजिक और राजनीतिक दोनों ही स्तर पर गंभीर होता जा रहा है और आम जनता की नजरें सरकार की आगामी कार्रवाई पर टिकी हैं।