


बीकानेर। देशनोक सड़क हादसे में छह लोगों की मौत के बाद पीड़ित परिजनों और समाज के लोगों द्वारा की जा रही आर्थिक सहायता और संविदा नियुक्ति की मांग पर सरकार की चुप्पी से आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
घटना के बाद से पीड़ित परिवार और समाज के लोग पिछले छह दिनों से जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठे हैं, लेकिन अब तक सरकार द्वारा कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। इसको लेकर रविवार दोपहर 12:30 बजे से धरना स्थल पर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया गया।
धरने को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि छह दिनों से शांतिपूर्वक धरना जारी है, लेकिन सरकार संवेदनहीन रवैया अपनाए हुए है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा।
पूर्व मंत्री ने बताया कि सोमवार को बीकानेर बंद का आह्वान किया गया है, जिसमें लूणकरणसर, कोलायत, नोखा और श्री डूंगरगढ़ क्षेत्र के लोगों ने समर्थन दिया है।
- Advertisement -

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक मृतकों के परिवारों को उचित मुआवजा और एक-एक सदस्य को संविदा पर नौकरी नहीं दी जाती, तब तक धरना और अनशन जारी रहेगा। समाज के विभिन्न वर्गों ने भी आंदोलन को अपना समर्थन देना शुरू कर दिया है।
स्थिति को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है और धरना स्थल पर पुलिस बल तैनात किया गया है।