


कोलकाता.
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ अधिनियम को लेकर भड़की हिंसा की प्रारंभिक जांच में एक बड़ा खुलासा सामने आया है। गृह मंत्रालय (MHA) को दी गई शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, इस हिंसा में बांग्लादेशी उपद्रवियों की संलिप्तता के संकेत मिले हैं। फिलहाल स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है और प्रशासनिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।
हिंसा में विदेशी तत्वों की भूमिका?
सरकारी सूत्रों के अनुसार, हिंसा के दौरान सामने आए कुछ चेहरों और घटनाक्रमों के विश्लेषण में पाया गया कि उनमें से कुछ लोग बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने वाले उपद्रवी हो सकते हैं। गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट में इस एंगल की भी जांच की जा रही है।
सुरक्षा बलों की तैनाती
हिंसा के बाद जंगीपुर, धुलियान, सुती और शमशेरगंज जैसे संवेदनशील इलाकों में बीएसएफ, सीआरपीएफ, राज्य सशस्त्र पुलिस और आरएएफ की टुकड़ियां तैनात की गई हैं। बीते 48 घंटों में इन इलाकों में कोई नई हिंसक घटना दर्ज नहीं की गई है।
अब तक 210 गिरफ्तार
राज्य पुलिस के अनुसार, हिंसा में संलिप्तता के आरोप में अब तक 210 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालात की समीक्षा के लिए बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी रवि गांधी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राज्य पुलिस के साथ समन्वय बैठकें कीं।
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धीरे-धीरे सामान्य हो रही स्थिति
राज्य पुलिस का कहना है कि अब दुकानें खुल रही हैं, और जो लोग डर के कारण घर छोड़ चुके थे, वे वापस लौट रहे हैं। पिछले सप्ताह शुक्रवार और शनिवार को वक्फ अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया था, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हुई और कई अन्य घायल हुए।
अफवाहों से बचने की अपील
टीएमसी सांसद खलीलुर रहमान ने बताया कि सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है और पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की। जिला प्रशासन अब संपत्ति की क्षति के आंकलन और मुआवजा देने के लिए सूची तैयार कर रहा है।
भांगर में भी वक्फ कानून पर तनाव
इसी बीच, दक्षिण 24 परगना के भांगर क्षेत्र में भी सोमवार को वक्फ कानून को लेकर हिंसा भड़क गई। आईएसएफ समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई, जिसमें कई लोग घायल हुए। कुछ पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा। यह विवाद तब शुरू हुआ जब पुलिस ने आईएसएफ नेता नौशाद सिद्दीकी की रैली में समर्थकों को शामिल होने से रोका। हालांकि अब बसंती राजमार्ग पर यातायात सामान्य हो गया है और स्थिति नियंत्रण में है।