


जयपुर.
राजस्थान के जैसलमेर जिले स्थित रामदेवरा कस्बे में लोकदेवता बाबा रामदेव के समाधि स्थल को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। श्री बाबा रामदेव समाधि समिति ने भक्तों द्वारा समाधि स्थल पर अर्पित की जाने वाली तीन वस्तुओं—कपड़े से बने छोटे घोड़े, छोटी ध्वजा और अगरबत्ती—पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है।
समिति का कहना है कि इन वस्तुओं का पूजा के दौरान असम्मान हो रहा था, जिससे यह निर्णय लिया गया। अब कोई भी भक्त इन वस्तुओं को समाधि स्थल पर अर्पित नहीं कर सकेगा। इस निर्णय की जानकारी मंदिर परिसर में पोस्टर लगाकर और लाउडस्पीकर के माध्यम से दी जा रही है, ताकि किसी भी श्रद्धालु को भ्रम ना रहे।
रामदेवरा मंदिर बाबा रामदेव की आस्था का प्रमुख केंद्र है, जहां देशभर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। मान्यता है कि यहां आने वाले भक्तों की मुरादें बाबा अवश्य पूरी करते हैं। खासतौर पर भादवा महीने में लगने वाला रामदेवरा मेला इस क्षेत्र का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन होता है, जिसे पश्चिमी राजस्थान का महाकुंभ कहा जाता है।

समिति ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और मंदिर की मर्यादा को बनाए रखें। यह कदम श्रद्धालुओं की भावना और मंदिर की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।