


13 दिन बाद भी नहीं बदले हालात, प्रशासनिक आदेश बेअसर
बीकानेर जिला प्रशासन ने 6 मार्च को जैसलमेर रोड का निरीक्षण किया था। इस दौरान जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने अधिकारियों को इस मार्ग की समस्याओं को चिह्नित कर तीन दिन में समाधान के निर्देश दिए थे। लेकिन 13 दिन बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं।
गंदा पानी और कचरे के ढेर से राहगीर परेशान
श्रीगंगानगर सर्किल से एमजीएसयू यूनिवर्सिटी तक सड़क के दोनों ओर गंदा पानी जमा है और कचरे के ढेर लगे हैं। डिवाइडर के अवैध कट बंद करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन लोग अब भी क्षतिग्रस्त डिवाइडर से वाहन निकालते नजर आ रहे हैं। पूगल बस स्टैंड पर सवारियों के खड़े होने की जगह पर गंदा पानी भरा है, जिसे साफ करने की कोई पहल नहीं हुई।
निर्माण सामग्री और अतिक्रमण बना चुनौती
एमएस कॉलेज पुलिया के पास सड़क किनारे निर्माण सामग्री पड़ी हुई है, जिससे यातायात बाधित हो रहा है। प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी और बीडीए को इसे हटाने का निर्देश दिया था, लेकिन किसी भी स्तर पर कार्रवाई नहीं की गई। उरमूल सर्किल से पूगल फांटा तक ब्लॉक रोड से मिट्टी और अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया गया था, लेकिन यह भी अमल में नहीं लाया गया।

नो एंट्री के बावजूद भारी वाहन शहर में दौड़ रहे
प्रशासन ने आदेश दिया था कि बजरी और जिप्सम से भरे ट्रक और ट्रॉले बाईपास से निकाले जाएं और शहर में प्रवेश न करें। लेकिन रात में नो एंट्री खुलते ही भारी वाहन धड़धड़ाते हुए जैसलमेर मार्ग से उरमूल सर्किल की ओर दौड़ते दिख रहे हैं।
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प्रशासन की निष्क्रियता बनी आमजन के लिए मुसीबत
जिला प्रशासन के निरीक्षण के बावजूद किसी भी विभाग ने समस्या समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। सड़क की सफाई, अतिक्रमण हटाने और जल निकासी व्यवस्था सुधारने के आदेश दिए गए थे, लेकिन कोई भी कार्रवाई धरातल पर नजर नहीं आई।