


बीकानेर: हरियाणा से पेशी के बाद बीकानेर लौटते समय एक बंदी ट्रेन में पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। यह घटना सूरतगढ़ से कानासर के बीच हुई, जब पुलिसकर्मियों को नींद आ गई और बंदी हथकड़ी खोलकर भाग निकला। इस लापरवाही के चलते 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
कैसे हुआ फरार?
- फरार बंदी आकाश उर्फ खुंटी (निवासी: बरवाला, हरियाणा) बीकानेर केंद्रीय कारागार में चोरी के आरोप में सजा काट रहा था।
- उसे फतेहाबाद (हरियाणा) की सेशन कोर्ट में पेशी के बाद ट्रेन से बीकानेर लाया जा रहा था।
- ट्रेन में हवलदार रामदेव और चार सिपाही उसकी निगरानी कर रहे थे।
- सूरतगढ़ स्टेशन पर उसे शौच के लिए ले जाया गया और फिर ट्रेन बीकानेर की ओर रवाना हो गई।
- रास्ते में पुलिसकर्मियों को नींद आ गई, जिसका फायदा उठाकर बंदी ने हथकड़ी खोली और भाग निकला।
- कानासर स्टेशन के पास जब पुलिसकर्मियों की नींद खुली, तब तक बंदी गायब हो चुका था।
कड़ी कार्रवाई – 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड
घटना के बाद बीकानेर पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर ने लापरवाही मानते हुए हवलदार रामदेव और चार सिपाहियों को निलंबित कर दिया। मामले की जांच एएसपी सिटी को सौंपी गई है।

पुलिस की कार्रवाई
- बीकानेर संभाग में नाकाबंदी कर बंदी की तलाश शुरू कर दी गई है।
- जीआरपी थाना बीकानेर में मुकदमा दर्ज किया गया है।
- यह भी जांच हो रही है कि बंदी ने कैसे हथकड़ी खोली और भागने की योजना पहले से बनाई थी या नहीं।
अब सवाल उठता है कि ट्रेन में पुलिसकर्मियों की सतर्कता इतनी कमजोर क्यों थी? क्या बंदी के पास पहले से कोई साधन मौजूद था जिससे वह हथकड़ी खोल सका?