


नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार रात भड़की हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं, हालांकि पुलिस प्रशासन का दावा है कि स्थिति अब नियंत्रण में है। महाल इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, और दंगाइयों की धरपकड़ के लिए कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें अब तक 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कर्फ्यू और इंटरनेट बंद
- धारा 144 लागू कर दी गई है, संवेदनशील इलाकों में पुलिस का कड़ा पहरा है।
- मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है।
- इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
- सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वाले 55 अकाउंट पुलिस की निगरानी में हैं।
कैसे भड़की हिंसा?
- विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
- इस दौरान, औरंगजेब के पोस्टर और प्रतीकात्मक कब्र जलाने की कोशिश की गई।
- शाम होते-होते अफवाहें फैलीं कि प्रदर्शन के दौरान कुरान जलाया गया, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी।
- सैकड़ों लोगों ने पथराव किया, वाहनों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी।
- 14 पुलिसकर्मी घायल हुए, एक अधिकारी पर कुल्हाड़ी से हमला हुआ।
- हालात बेकाबू होने पर पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
शहर में अलर्ट, स्कूल-कॉलेज बंद
- नागपुर के कई स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
- जिला प्रशासन ने स्कूलों को स्थिति के अनुसार निर्णय लेने के निर्देश दिए हैं।
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और पुलिस को कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए।
- राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया।
अपील और सावधानी
पुलिस और प्रशासन ने नागपुर के नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। किसी भी गलत सूचना को लेकर सतर्क रहने और कानून व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह किया गया है।
