


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नेता दत्तात्रेय होसबाले ने एक कार्यक्रम में कहा कि देश का नाम भारत है, तो इसे ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि संविधान और रिजर्व बैंक जैसे संस्थानों में ‘इंडिया’ शब्द का उपयोग क्यों होता है। उन्होंने इसे ब्रिटिश शासन की मानसिकता का प्रभाव बताया। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश को भारत, इंडिया और हिंदुस्तान तीनों नामों से जाना जाता है, और हर व्यक्ति अपनी पसंद के अनुसार नाम का उपयोग कर सकता है। सीपीआई सांसद पी. संतोष कुमार ने इसे विवादास्पद बनाने की आलोचना की और सुझाव दिया कि आरएसएस अपने नाम से अंग्रेजी अक्षर हटा ले। कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने कहा कि यह आरएसएस की सोच है, जिसे देश के लोग स्वीकार नहीं करते। यह पहली बार नहीं है जब आरएसएस ने ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ कहने की वकालत की है। सितंबर 2023 में भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने इसी विचार को दोहराया था।
