


राजस्थान पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा-2021 पेपर लीक मामले में राजस्थान पुलिस ने एक बार फिर बड़ा एक्शन लिया है। आरपीएससी के तत्कालीन सदस्य रामूराम राइका के बेटे-बेटी सहित 24 उपनिरीक्षकों को राजकीय सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। पिछले दो महीनों में लगभग 40 प्रशिक्षु एसआई को नौकरी से हटाया जा चुका है।
पुलिस महानिदेशक यूआर साहू ने जयपुर-जोधपुर पुलिस कमिश्नर सहित सभी रेंज आईजी को एसआई पेपर लीक, डमी अभ्यर्थी व नकल कर थानेदार बनने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। एसओजी की कार्रवाई में जिन थानेदारों के खिलाफ परीक्षा से पहले पेपर लेकर, डमी अभ्यर्थी बैठाकर और परीक्षा में अन्य सामग्री से नकल कर पकड़े जाने वालों की पुष्टि हो चुकी है, उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है।
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने शुक्रवार रात आदेश जारी कर आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राइका के बेटे देवेश राइका, बेटी शोभा राइका के साथ थानेदार मोनिका जाट, नीरज कुमार यादव व सुरेन्द्र कुमार बगडिय़ा को राजस्थान पुलिस एक्ट 39 के तहत सेवा से हटाया गया है। इन पांचों थानेदारों को जयपुर कमिश्नरेट अलॉट हुआ था।
जोधपुर कमिश्नर राजेन्द्र सिंह ने श्रवण कुमार, इंदुबाला, भगवती और प्रेमसुखी को बर्खास्त किया है। अजमेर रेंज आईजी ओमप्रकाश ने सुभाष बिश्नोई को बर्खास्त किया है। उदयपुर रेंज आईजी राजेश मीना ने राजेश्वरी, मनोहर लाल गोदारा, विक्रमजीत बिश्नोई, दिनेश बिश्नोई और श्याम प्रताप सिंह को बर्खास्त किया है।
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बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने चार और उपनिरीक्षकों को राजकीय सेवा से बर्खास्त किया है। मनीष बेनीवाल, जयराज सिंह, अंकिता गोदारा और मनीषा सिहाग को बर्खास्त किया गया है। चार दिन पहले, उपनिरीक्षक मंजू बिश्नोई और श्रवण कुमार गोदारा को भी सेवा से हटाया गया था।
एसओजी ने उप निरीक्षक पेपर लीक मामले में 47 आरोपी गिरफ्तार किए हैं, जिसमें जगदीश बिश्नोई, पोरव कालेर, अशोक नाथावत, भूपेन्द्र सारण, शेर सिंह मीना, गमाराम और अन्य शामिल हैं। इसके अलावा 42 ट्रेनी थानेदार भी गिरफ्तार किए गए हैं।