आरबीआई ने जारी की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भुनाने की तिथियाँ, जानें कैसे करें समय से पहले भुनाई
English Translation:
RBI Announces Dates for Premature Redemption of Sovereign Gold Bonds, Know How to Redeem Early
संशोधित समाचार:
यदि आपने भी सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) योजना में निवेश किया है, तो आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने उन तिथियों का ब्यौरा दिया है, जब आप अप्रैल से सितंबर 2025 के बीच अपने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को समय से पहले भुना सकते हैं। यह जानकारी 21 फरवरी, 2025 को जारी की गई एक बयान में दी गई है।
RBI ने बताया कि यदि निवेशक समय से पहले SGB भुनाना चाहते हैं, तो उन्हें किस समय अवधि में आवेदन करना होगा। आरबीआई के अनुसार, 22 अक्टूबर 2021 के परिपत्र के तहत, बॉन्ड जारी होने की तारीख से पाँच साल के बाद बॉन्ड को समय से पहले भुनाने की अनुमति दी गई है।
- Advertisement -
नीचे दी गई तालिका में, आरबीआई ने विभिन्न शृंखलाओं के लिए समय से पहले भुनाने की तिथियाँ जारी की हैं:
शृंखला | जारी करने की तिथि | भुनाने की तिथि | आवेदन की तिथियाँ |
---|---|---|---|
2017-18 शृंखला III | 16 अक्टूबर 2017 | 16 अप्रैल 2025 | 17 मार्च 2025 – 7 अप्रैल 2025 |
2017-18 शृंखला IV | 23 अक्टूबर 2017 | 23 अप्रैल 2025 | 24 मार्च 2025 – 15 अप्रैल 2025 |
… | … | … | … |
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड क्या हैं?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भारत सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं और ये डिजिटल सोने के निवेश का एक आकर्षक विकल्प हैं। ये बॉन्ड सोने के ग्राम में अंकित होते हैं और नियमित ब्याज प्रदान करते हैं। SGB खरीदने वाले निवेशकों को भौतिक सोने के मुकाबले सुरक्षा और बेहतर रिटर्न मिलता है।
इस योजना में निवेश करने वाले निवेशक अपनी खरीदारी के पांच साल पूरे होने के बाद, समय से पहले बॉन्ड भुना सकते हैं। हालांकि, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे भुनाने की तिथियों पर ध्यान दें, ताकि उन्हें अपने निवेश को समय से पहले भुनाने का सही अवसर मिल सके।
क्या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना बंद हो चुकी है?
सरकार ने SGB योजना को बंद कर दिया है, हालांकि, अब भी पिछले जारी किए गए बॉन्डों की प्रक्रिया जारी है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना में निवेशक डीमैट खाते के माध्यम से अपने निवेश को खरीद और बेच सकते हैं। सरकार ने इस योजना को बंद करने का निर्णय लिया है, क्योंकि इसके उधारी से जुड़ी उच्च लागत सामने आई है।
Disclaimer: यह जानकारी केवल समाचार स्रोत पर आधारित है। कृपया सही तथ्यों की पुष्टि के लिए RBI या संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें।