


नागौर | नागौर जिले के थांवला और कुचेरा थाने के पुलिसकर्मियों पर अवैध बजरी खनन को शह देने का आरोप लगा है। एक लीजधारक द्वारा अजमेर रेंज डीआईजी को शिकायत करने के करीब दो महीने बाद नागौर एसपी ने चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
शिकायत के बाद कार्रवाई
नागौर एसपी नारायण टोगस ने अजमेर रेंज डीआईजी के निर्देश पर कुचेरा थाने के हेड कांस्टेबल चंद्रगुप्त, थांवला थाने के कांस्टेबल शंकरलाल और विजयसिंह, तथा हरसौर चौकी के कांस्टेबल गोविन्दसिंह को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही तत्कालीन थानाधिकारी सहित इन चारों पुलिसकर्मियों को 17 सीसीए के नोटिस जारी किए गए हैं।
शिकायत में क्या कहा गया था
निबोला बिस्वा निवासी बजरी लीजधारक ओमप्रकाश बिस्सू ने 11 दिसंबर 2024 को अजमेर रेंज डीआईजी को शिकायत दी थी। इसमें उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा अवैध खनन पर रोक के बावजूद नागौर जिले के आलनियावास, लूंगिया, दासावास, रोहिसा, रोहिसी और बडायली आदि क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अवैध बजरी खनन जारी है।
शिकायतकर्ता के अनुसार, हर रात डंपर, ट्रैक्टर और ट्रकों में बजरी भरकर सीकर, कुचामन, डीडवाना, नागौर, अजमेर और किशनगढ़ पहुंचाई जा रही है। प्रतिदिन 500 से अधिक वाहन इन मार्गों से बेरोकटोक गुजरते हैं।

पुलिस पर मिलीभगत के आरोप
बिस्सू ने आरोप लगाया कि थांवला थाना पुलिस की मिलीभगत से यह अवैध कारोबार चल रहा है। लीजधारकों ने कई बार थांवला थाना पुलिस और नागौर एसपी से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बाद में डीआईजी ने मामले की जांच करवाई और नागौर एसपी को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
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अब देखना होगा कि इस कार्रवाई से अवैध बजरी खनन पर असर पड़ता है या नहीं।