


छतरगढ़ क्षेत्र स्थित बायोमास पावर प्लांट में देर रात अचानक भीषण आग लग गई। रात करीब 12 बजे लगी आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। यह आग पराली कचरे के बड़े स्टॉक में लगी, जिससे आग तेजी से पूरे क्षेत्र में फैल गई।
इस हादसे के दौरान प्लांट के आसपास काम कर रहे कई मजदूरों की जान संकट में आ गई। हालांकि, ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए समय पर पहुंचकर मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला। सो रहे मजदूरों को जगाने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाने में ग्रामीणों ने अहम भूमिका निभाई।
आग की सूचना मिलते ही बीकानेर और अनूपगढ़ से आई पांच दमकलों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मौके पर छतरगढ़ तहसीलदार विवेक चौधरी, सीओ अमरजीत चावला और थानाधिकारी भजनलाल भी पहुंचे और राहत कार्यों में सहयोग किया।

सुरक्षा उपायों की कमी उजागर
यह हादसा बायोमास प्लांट की सुरक्षा व्यवस्थाओं में गंभीर लापरवाही को उजागर करता है। प्लांट में आग से बचाव के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय नहीं थे। पराली के विशाल स्टॉक को जलाने का कार्य किया जा रहा था, लेकिन आग बुझाने के पर्याप्त साधन न होने के कारण आग बेकाबू हो गई।
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यदि समय रहते आग पर नियंत्रण नहीं पाया जाता, तो स्थिति और भयावह हो सकती थी, क्योंकि पास ही छतरगढ़ कस्बा स्थित है। इस घटना से सबक लेते हुए स्थानीय प्रशासन को बायोमास पावर प्लांट में सुरक्षा मानकों को मजबूत करने की सख्त जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।