सिंचाई के पानी की मांग को लेकर बीते तीन दिनों से किसान गांव 12 एमडी टोल नाके पर धरना दे रहे हैं। सोमवार को किसान नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि शाम 5 बजे तक उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। किसानों का कहना है कि सिंचाई जल की भारी कमी के कारण फसलें नष्ट हो रही हैं, लेकिन प्रशासन इस समस्या पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा।
विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों ने टोल नाके पर टायर जलाकर अपना आक्रोश जताया। वहीं, प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। एडीएम अशोक सांगवा के अनुसार, कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, और किसानों से बातचीत कर समाधान निकालने का प्रयास जारी है।
किसान नेताओं ने बताया कि सरकार द्वारा अनदेखी के कारण अब विरोध तेज किया जा रहा है। आंदोलन के दूसरे दिन किसानों ने नेशनल हाईवे से जुड़े कई ग्रामीण रास्तों को भी बंद कर दिया। उन्होंने बताया कि सतराना सहित कई अन्य गांवों से आने वाले मार्गों को भी अवरुद्ध किया जा रहा है, ताकि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से ले और जल्द समाधान निकाले।