


बीकानेर, जिसे छोटी काशी के नाम से जाना जाता है, अब एक धार्मिक सर्किट के रूप में विकसित होने जा रहा है। इस सर्किट में कोलायत विधानसभा के सात प्रमुख देवस्थलों को शामिल किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, धार्मिक सर्किट की शुरुआत देशनोक स्थित करणी माता मंदिर से होगी। इसमें शीशा भैरव, सियाणा धाम, कोडमदेसर भैरव, कोलायत मुख्यालय, गडियाला स्थित करणी माता मंदिर, चारणवाला के पास नखतबन्ना धाम और कालीनाड़ी में भभूतासिद्ध मंदिर को जोड़ा जाएगा। इस सर्किट के अंतर्गत जांभोजी की तपोस्थली मुकाम भी नजदीक रहेगी।
करीब 100 किलोमीटर लंबे इस धार्मिक सर्किट को विकसित करने में 200 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसमें 27 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण के लिए 25 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी, जबकि शेष राशि से इन धार्मिक स्थलों का विकास किया जाएगा। पिछली बजट घोषणा के तहत कोलायत मुख्यालय के जीर्णोद्धार के लिए 2 करोड़ 50 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं।

विधायक अंशुमान सिंह भाटी इस परियोजना को लेकर लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने पर्यटन विभाग और सरकार को अपने सुझाव भी लिखित में प्रस्तुत किए हैं। विधायक ने कंसल्टेंट को ट्रेजरी फांटे से सांखला फाटक तक हैरिटेज रूट बनाने, झझू से आने वाली बरसाती नदी और नालों के पानी को अलग करने के लिए सीवरेज लाइन बिछाने तथा कपिल सरोवर पर महिलाओं के लिए विशेष रानी घाट विकसित करने और इसे सुरक्षित बनाने का प्रस्ताव दिया है।