



जयपुर: पूर्व मंत्री और पश्चिमी राजस्थान के कद्दावर नेता देवीसिंह भाटी ने आज एक बड़ा एलान किया। भाटी ने 6 फरवरी को राजस्थान विधानसभा के बाहर धरना देने का निर्णय लिया है। प्रेस वार्ता के दौरान भाटी ने प्रदेश सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए और विभिन्न मुद्दों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की।
भाटी ने कहा, “प्रदेश की सरकार में किसकी चल रही है, यह सवाल सभी के दिमाग में है, लेकिन इसका कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा।” उन्होंने एसीबी के अधीक्षक डॉ. प्यारेलाल शिवरान के बीकानेर में लगातार पदस्थापन, मूंगफली की खरीद में गड़बड़ी, और गोचर ओरण की स्थिति को लेकर भी अपनी चिंता जताई। भाटी ने इन मुद्दों को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि 6 फरवरी से वह विधानसभा के बाहर धरना देंगे और इन मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेंगे।
इस धरने में भाटी ने राजस्थान सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए और साफ कहा कि जब तक इन मुद्दों का समाधान नहीं होगा, वह अपनी आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने अपने समर्थकों से इस धरने में भाग लेने की अपील की है, ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके और जनता के मुद्दों का समाधान हो सके।

भाटी के मुख्य मुद्दे:
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- एसीबी के अधीक्षक डॉ. प्यारेलाल शिवरान का बीकानेर पदस्थापन: भाटी का आरोप है कि एसीबी के अधीक्षक के पद पर लगातार बीकानेर में डॉ. शिवरान की नियुक्ति से भ्रष्टाचार बढ़ा है।
- मूंगफली खरीद में गड़बड़ी: भाटी ने राज्य में मूंगफली खरीद में धांधली का आरोप लगाया है और कहा कि किसानों का शोषण हो रहा है।
- गोचर ओरण की समस्या: भाटी ने गोचर ओरण भूमि के संरक्षण के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा, यह आरोप लगाते हुए कि सरकारी योजनाओं का लाभ किसान तक नहीं पहुंच रहा है।
भाटी ने साफ कहा कि सरकार की यह खामोशी और नीतियों की अवहेलना बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और वह इन मुद्दों पर लगातार आवाज उठाते रहेंगे।