



बीकानेर के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों ने शुक्रवार को नया रिकॉर्ड बनाया। सोना जेवराती 79,600 रुपए प्रति दस ग्राम और बिटूर 84,300 रुपए प्रति दस ग्राम के ऑलटाइम हाई स्तर पर पहुंच गया। यह उछाल बजट से पहले और शेयर बाजार की कमजोरी के कारण देखने को मिला।
सोने की कीमतों में तेजी के कारण
- बजट का प्रभाव: बजट से पहले निवेशक सोने में सुरक्षित निवेश कर रहे हैं, जिससे मांग बढ़ी है।
- शेयर बाजार की कमजोरी: शेयर बाजार में अस्थिरता के कारण निवेशक सोने की ओर रुख कर रहे हैं।
- शादियों का सीजन: शादियों के मौसम में सोने की मांग बढ़ी है, जिससे कीमतों में तेजी आई है।
कीमतों का विवरण
- सोना जेवराती: गुरुवार को 78,700 रुपए प्रति दस ग्राम से बढ़कर शुक्रवार को 79,600 रुपए प्रति दस ग्राम हो गया।
- बिटूर: गुरुवार को 83,400 रुपए प्रति दस ग्राम से बढ़कर शुक्रवार को 84,300 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया।
ग्राहकी पर प्रभाव
सर्राफा व्यापारियों के अनुसार, सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव का ग्राहकी पर कोई खास असर नहीं पड़ता है। शादियों के मौसम में लोग पुराना सोना बेचकर नया सोना खरीद रहे हैं। इससे बाजार में गतिविधि बनी हुई है।
भविष्य के अनुमान
सर्राफा व्यापारी रेवंतराम जाखड़ के अनुसार, श्राद्ध पक्ष के दौरान भी सोने की कीमतों में तेजी देखी गई थी, लेकिन शुक्रवार को यह उछाल काफी अधिक था। आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में गिरावट के संकेत भी मिल रहे हैं, लेकिन बाजार की स्थिति अनिश्चित बनी हुई है।

निष्कर्ष
बजट से पहले सोने की कीमतों में आई तेजी ने निवेशकों और ग्राहकों का ध्यान खींचा है। शादियों के मौसम और बाजार की अनिश्चितता के कारण सोने की मांग बनी हुई है। आने वाले दिनों में कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।