


राजस्थान में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नोलेज योर कस्टमर) पूरा नहीं कराने वाले लगभग 12% गरीबों का राशन कार्ड बंद कर दिया गया है। प्रदेश में कुल 52 लाख 9 हजार 385 लाभार्थियों में से करीब 6 लाख 23 हजार लोगों का राशन कार्ड निलंबित किया गया है।
जिलेवार स्थिति
- बांसवाड़ा: 1 लाख 61 हजार 118 लाभार्थियों का राशन कार्ड बंद
- बारां: सबसे अधिक 17% लाभार्थी ई-केवाईसी से बाहर
- बूंदी: सबसे कम 8% लाभार्थी ई-केवाईसी से बाहर
छूट प्राप्त श्रेणियां
ई-केवाईसी में निम्नलिखित श्रेणियों को छूट दी गई है:
- 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग
- 10 साल से छोटे बच्चे
- जिनके हाथों की अंगुलियों/अंगूठे के निशान नहीं आते
- विशेष श्रेणी के दिव्यांग
नाम फिर से जोड़ने का मौका
जिन लाभार्थियों का नाम ई-केवाईसी नहीं कराने के कारण कट गया है, वे अपना नाम फिर से जोड़वा सकते हैं। इसके लिए संबंधित व्यक्ति को जिले के रसद विभाग में आवेदन करना होगा।

बांसवाड़ा जिले की स्थिति
बांसवाड़ा जिले में कुल 13 लाख 67 हजार 887 उपभोक्ता राशन ले रहे थे। इनमें से 1 लाख 61 हजार 118 लाभार्थियों का राशन कार्ड बंद किया गया है। हालांकि, छूट प्राप्त श्रेणियों को हटाने के बाद यह संख्या करीब 98 हजार रह जाएगी।
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प्रदेश में पेंडिंग केस
- उदयपुर: 3 लाख 49 हजार 29
- डूंगरपुर: 1 लाख 64 हजार 303
- बांसवाड़ा: 1 लाख 61 हजार 118
- प्रतापगढ़: 62 हजार 340
अधिकारियों का बयान
बांसवाड़ा के डीएसओ ओम प्रकाश ने बताया कि जो लाभार्थी ई-केवाईसी नहीं करा पाए हैं, वे विभाग में आवेदन करके अपना नाम फिर से जोड़वा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कई अपात्र लोग फर्जीवाड़ा करके योजना का लाभ उठा रहे थे, जो अब ई-केवाईसी नहीं करवा रहे हैं।
नोट:
- बिजली कटौती का कारण रखरखाव और सुधार कार्य हैं।
- नागरिकों से अनुरोध है कि वे अपने उपकरणों को सुरक्षित रखें और आवश्यक तैयारी करें।