राजस्थान बजट 2025: युवाओं, किसानों और स्वास्थ्य पर रहेगा फोकस
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल की सरकार के दूसरे बजट के लिए आमजन से करीब 1.20 लाख सुझाव प्राप्त हुए हैं। इन सुझावों में संविदाकर्मियों के नियमन, भर्तियों में पारदर्शिता, और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने जैसी मांगें प्रमुख रूप से उठाई गई हैं।
युवाओं की मुख्य मांगें:
- शिक्षा और चिकित्सा विभागों में नियमित व पारदर्शी भर्ती की मांग।
- भर्ती कैलेण्डर तय कर समय पर भर्तियां करने का सुझाव।
- राजीव गांधी प्रेरकों की बहाली और संविदाकर्मियों को नियमित करने की मांग।
किसानों और एमएसएमई के लिए सुझाव:
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- किसानों के लिए सब्सिडी बढ़ाने और स्किल डवलपमेंट पर फोकस।
- एमएसएमई सेक्टर को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता।
स्वास्थ्य और बिजली आपूर्ति पर सुझाव:
- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में अपग्रेड करने का सुझाव।
- यूनानी चिकित्सालयों की संख्या बढ़ाने और गिग वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा देने की मांग।
- नियमित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का सुझाव।
कर्मचारियों की मांगें:
- राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) से जुड़ी समस्याओं का समाधान।
- वेतन विसंगतियों को दूर करना और संविदाकर्मियों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू करना।
बजट से पहले चर्चा का दौर शुरू:
31 जनवरी को बजट सत्र राज्यपाल हरिभाऊ बागडे के अभिभाषण से शुरू होगा। इससे पहले सरकार व्यापारियों, किसानों, महिलाओं, युवाओं और स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों से बैठकें कर बजट पर चर्चा करेगी। इन बैठकों का दौर इसी सप्ताह शुरू हो जाएगा।
राजस्थान का यह बजट युवाओं और किसानों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास को प्राथमिकता देगा।