राजस्थान में शिक्षा में बढ़ते कदम कार्यक्रम के तहत आयोजित परीक्षा में 13 स्कूलों के प्राचार्यों और व्याख्याताओं पर विद्यार्थियों को नकल कराने का गंभीर आरोप लगा है। यह मामला तब उजागर हुआ जब शिकायत शिक्षा निदेशालय तक पहुंची।
कार्यवाही:
- इन आरोपों के बाद 13 प्राचार्यों और व्याख्याताओं को 17 सीसीए नोटिस जारी किए गए।
- इनके अलावा ड्रॉपआउट विद्यार्थियों को स्कूल में वापस लाने, अनामांकित छात्रों का प्रवेश सुनिश्चित न करने, और आउट ऑफ स्कूल बच्चों को भर्ती न देने के मामलों में भी कई प्राचार्यों और व्याख्याताओं पर आरोप लगे।
सुनवाई:
- शिक्षा निदेशालय में शुक्रवार को मामले की सुनवाई हुई, जहां सभी आरोपी प्राचार्य और व्याख्याताओं को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया।
- जो आरोपी सुनवाई में शामिल नहीं हो सके, उनकी फाइलें उच्च अधिकारियों के पास भेजी जाएंगी।
आगे की प्रक्रिया:
शिक्षा विभाग ने 35 प्राचार्यों और व्याख्याताओं को नोटिस दिया है। सुनवाई के बाद दोषी पाए गए शिक्षकों और प्राचार्यों पर सख्त कार्रवाई की संभावना है।
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महत्व:
यह मामला राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था में अनुशासन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया बड़ा कदम है। दोषी पाए जाने पर यह घटना राज्य में शिक्षा सुधार की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।