मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे: भारत का सबसे महंगा और बिजी हाईवे
भारत के विकास में हाईवे और एक्सप्रेसवे का अहम योगदान है। इन्हीं के जरिए देश के प्रमुख शहरों को जोड़ने और यात्रा को आसान बनाने की दिशा में कई पहलें की गई हैं। इनमें मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे अपनी खास पहचान रखता है।
देश का सबसे पुराना छह लेन वाला एक्सप्रेसवे
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे देश का सबसे पुराना छह लेन वाला एक्सप्रेसवे है। इसकी कुल लंबाई 94.5 किलोमीटर है। इसे वर्ष 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा जनता के लिए खोला गया था। यह एक्सप्रेसवे दो बड़े शहरों, मुंबई और पुणे, के बीच यात्रा को सुगम बनाता है।
महंगा टोल, लेकिन देश का सबसे बिजी एक्सप्रेसवे
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले यात्रियों को महंगा टोल टैक्स चुकाना पड़ता है। कार के लिए वर्तमान टोल शुल्क ₹336 है, जो देश के अन्य एक्सप्रेसवे की तुलना में अधिक है। इसके बावजूद यह भारत का सबसे बिजी एक्सप्रेसवे है।
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16,300 करोड़ रुपये की लागत
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 16,300 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए। इसने मुंबई और पुणे के बीच यात्रा के समय को तीन घंटे से घटाकर केवल एक घंटा कर दिया है।
भविष्य में दो अतिरिक्त लेन
महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) आने वाले समय में इस एक्सप्रेसवे में दो अतिरिक्त लेन जोड़ने की योजना बना रहा है। इसके लिए 100 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी।
सुरंगें और सह्याद्री पर्वत श्रृंखला के नज़ारे
इस एक्सप्रेसवे की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए सुरंगों और अंडरपास का निर्माण किया गया है। सह्याद्री पर्वत श्रृंखला के नज़ारे इसे और आकर्षक बनाते हैं।
फास्टैग और सालाना टोल वृद्धि
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर फास्टैग भुगतान का प्राथमिक तरीका है। यात्रियों को सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके फास्टैग में पर्याप्त बैलेंस हो। टोल शुल्क में हर साल 6% की वृद्धि होती है।