HMPV वायरस: बच्चों में नए मामलों पर डॉक्टरों ने दी सतर्कता बरतने की सलाह
जयपुर। राजस्थान में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) संक्रमण के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ाई है। हालांकि विशेषज्ञ इसे गंभीर स्थिति नहीं मानते, फिर भी सतर्कता की जरूरत है। जयपुर के जेके लोन अस्पताल ने बताया कि हर साल इस वायरस से जुड़े मरीज देखे जाते हैं।
जेके लोन अस्पताल में तैयारी
- 2022 में HMPV से 60 मामले दर्ज किए गए थे।
- 2023 में अब तक कोई मामला सामने नहीं आया है।
- अस्पताल ने 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया है, जिसमें 8 सामान्य और 2 ICU बेड हैं।
- सांस की दिक्कत वाले बच्चों के इलाज के लिए अलग से ओपीडी शुरू की गई है।
कोटा और डूंगरपुर के मामले
- कोटा:
- 2 अक्टूबर 2023 को 3 महीने के शिशु में HMPV वायरस की पुष्टि हुई।
- विशेषज्ञों के इलाज के बाद, 13 दिनों में बच्चा स्वस्थ होकर घर लौटा।
- डूंगरपुर:
- साबला ब्लॉक में ढाई महीने के बच्चे में वायरस की पुष्टि हुई।
- 12 दिनों तक इलाज के बाद बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
HMPV वायरस के लक्षण
- सर्दी-जुकाम और खांसी
- सांस लेने में कठिनाई
- गले में खराश
- निमोनिया जैसे लक्षण
- होंठों का नीला पड़ना
डॉक्टरों की सलाह
डॉक्टरों ने कहा है कि:
- लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- संक्रमित बच्चों को अन्य बच्चों से अलग रखें।
- नियमित देखभाल और समय पर इलाज से संक्रमण जल्दी ठीक हो जाता है।
डॉ. कैलाश मीणा, अधीक्षक, जेके लोन अस्पताल ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, बस सावधानी बरतें और लक्षणों पर नजर रखें।