

ईपीएफओ: फंड निकासी और खाताधारकों को जल्द मिलेगी बड़ी राहत
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जुड़े लोगों को फंड निकासी और खाते से संबंधित समस्याओं में बड़ी राहत मिलने वाली है। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के निर्देशानुसार, ईपीएफओ अपना आईटी सिस्टम केंद्रीकृत कर रहा है। यह प्रक्रिया जनवरी के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है। इसके बाद फरवरी से खाताधारकों को नाम की त्रुटि या अन्य किसी समस्या के कारण धन निकासी में परेशानी नहीं होगी।
फंड निकासी में बदलाव
गुरुवार को केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने बताया कि ईपीएफ खाते से धन निकासी में नाम की त्रुटि, आधार या बैंक खाते की जानकारी अपडेट न होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए ईपीएफओ अपने आईटी सिस्टम को अपडेट कर रहा है।
आईटी सिस्टम का आधुनिकीकरण
ईपीएफओ का आईटी सिस्टम 2.01 जनवरी 2025 के अंत तक पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा। यह सिस्टम रिकॉर्ड को केंद्रीकृत करेगा, जिससे त्रुटियों का समाधान तेजी से हो सकेगा। इसके अलावा, ईपीएफओ अपने आईटी सिस्टम 3.0 पर भी काम कर रहा है, जो खाताधारकों को बैंकिंग जैसी सेवाएं प्रदान करेगा। मई-जून 2025 तक, ईपीएफओ का पूरा सिस्टम बैंकिंग की तरह काम करने लगेगा।
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इमरजेंसी निकासी की सुविधा
ईपीएफओ 3.0 के तहत खाताधारक आवश्यकता पड़ने पर निर्धारित धनराशि की आपातकालीन निकासी कर सकेंगे। यह सुविधा ईपीएफओ ऐप के माध्यम से भी उपलब्ध होगी।
रोजगार के आंकड़े
मंत्री ने रोजगार के बढ़ते अवसरों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 2014 से 2024 के बीच देशभर में 17.19 करोड़ नई नौकरियां सृजित हुई हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 में ही 4.6 करोड़ नौकरियां दी गईं। रोजगार दर 2017-18 में 31.4% से बढ़कर 2023-24 में 41.7% हो गई है, जबकि बेरोजगारी दर 17.8% से घटकर 10.2% रह गई है।