25 दिसंबर को भारत में सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो देश के तीन बार प्रधानमंत्री रहे स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और उनकी उपलब्धियों को समर्पित है। अटल जी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुआ था। उन्होंने राजनीति और नेतृत्व में जो योगदान दिया, वह आज भी प्रेरणादायक है।
अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़कर राजनीति में कदम रखा। वे पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 26 दलों को मिलाकर सफलतापूर्वक सरकार चलाई। उनकी भाषण शैली और नेतृत्व क्षमता के कारण वे हर दिल अजीज बने।
सुशासन दिवस का महत्व:
यह दिवस 2014 में शुरू किया गया, जब अटल जी को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। इसका उद्देश्य नागरिकों, खासतौर पर छात्रों, को सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही के प्रति जागरूक करना है।
अटल जी का व्यक्तिगत जीवन:
अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन साधारण होते हुए भी असाधारण रहा। उन्होंने डीएवी कॉलेज, कानपुर में अपने पिता के साथ कानून की पढ़ाई की। खाने-पीने के शौकीन वाजपेयी को गोलगप्पे और मछली खासतौर पर पसंद थी। उनके लिए भाषण से पहले मिश्री और काली मिर्च खाना एक आदत थी।
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इस सुशासन दिवस पर अटल जी के योगदान को याद करते हुए उनके आदर्शों और मूल्यों को अपनाने का संकल्प लें।