क्या है बदलाव?
भारत की टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी (TRAI) ने टेलीकॉम कंज्यूमर्स प्रोटेक्शन रेगुलेशंस में 12वां संशोधन करते हुए उपभोक्ताओं के लिए कुछ बड़े बदलाव किए हैं:
- डाटा और कॉलिंग प्लान अलग-अलग होंगे:
- अब टेलीकॉम ऑपरेटर को वॉयस कॉलिंग और SMS के लिए अलग स्पेशल टैरिफ वाउचर (STV) प्रदान करने होंगे।
- उन उपभोक्ताओं के लिए राहत, जिन्हें केवल कॉलिंग की आवश्यकता है।
- वाउचर की वैधता में इजाफा:
- स्पेशल टैरिफ वाउचर और कॉम्बो वाउचर (CV) की वैधता अब 365 दिनों तक होगी।
- पहले यह वैधता केवल 90 दिनों तक सीमित थी।
- टॉप-अप वाउचर की नई सीमा:
- पहले टॉप-अप वाउचर सिर्फ 10 रुपये तक सीमित थे।
- अब ऑपरेटर अपनी इच्छानुसार वाउचर की डिनॉमिनेशन चुन सकते हैं, लेकिन कम से कम 10 रुपये का वाउचर देना अनिवार्य होगा।
- रंग-कोडिंग की समाप्ति:
- वाउचर पर रंग-कोडिंग की अनिवार्यता समाप्त की गई है।
- इससे ऑपरेटर ऑनलाइन रिचार्ज को अधिक बढ़ावा देंगे।
किसके लिए फायदेमंद?
- वरिष्ठ नागरिक और ग्रामीण उपभोक्ता:
- जिन्हें केवल वॉयस कॉलिंग की आवश्यकता है, उनके लिए यह बेहद उपयोगी होगा।
- लंबी अवधि की वैधता के कारण उन्हें बार-बार रिचार्ज करने की जरूरत नहीं होगी।
- कम उपयोग करने वाले उपभोक्ता:
- जो केवल इनकमिंग या कभी-कभार आउटगोइंग कॉल करते हैं।
- उनके लिए यह बदलाव किफायती साबित होगा।
क्या होगा असर?
- उपभोक्ता संतुष्टि में वृद्धि:
- उपभोक्ताओं को अपनी जरूरत के अनुसार प्लान चुनने का विकल्प मिलेगा।
- ऑपरेटरों की नई रणनीति:
- उन्हें डाटा और कॉलिंग के लिए अलग-अलग प्लान डिजाइन करने होंगे।
- डिजिटल रिचार्ज को बढ़ावा:
- ऑनलाइन रिचार्ज का चलन तेजी से बढ़ेगा।
निष्कर्ष:
TRAI के इस बदलाव से उन उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, जिन्हें सिर्फ कॉलिंग सेवाओं की आवश्यकता होती है। यह कदम सस्ती, सुविधाजनक और लचीली सेवा की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।