जयपुर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने स्नातक और सीनियर सैकंडरी स्तर की समान पात्रता परीक्षा (सीईटी) की वैधता अवधि को एक वर्ष से बढ़ाकर तीन वर्ष कर दिया है। विद्यार्थियों की लंबे समय से चली आ रही इस मांग को अब बोर्ड ने मान लिया है।
मुख्य बिंदु:
- वैधता अवधि में बदलाव:
अब सीईटी की वैधता तीन वर्षों तक रहेगी, जिससे विद्यार्थी अपनी योग्यता का अधिकतम लाभ उठा सकें। - सोशल मीडिया पर सूचना:
बोर्ड ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर यह जानकारी साझा की है। हालांकि, गुरुवार तक लिखित में आदेश जारी नहीं किए गए हैं। - न्यूनतम अर्हक अंक:
- सीईटी में उत्तीर्ण होने के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को कम से कम 40% अंक प्राप्त करना अनिवार्य है।
- अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के अभ्यर्थियों को 5% अंकों की छूट दी गई है।
आंसर की और परिणाम:
स्नातक और सीनियर सैकंडरी स्तर की परीक्षाओं का आयोजन पिछले महीने ही हुआ था। इनकी आंसर की जारी हो चुकी है और अब परीक्षा परिणाम जल्द घोषित होने की संभावना है।
विद्यार्थियों के लिए लाभ:
सीईटी की वैधता अवधि बढ़ने से अभ्यर्थी अब तीन वर्षों तक इस पात्रता का उपयोग कर सकते हैं। यह बदलाव उन्हें अधिक अवसर प्रदान करेगा और उन्हें अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सहायता करेगा।