फोन टैपिंग मामले में जान का खतरा, लोकेश शर्मा की सुरक्षा की गुहार
राजस्थान के चर्चित फोन टैपिंग मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने अपनी और अपने परिवार की जान को खतरा बताते हुए सरकार से सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सच्चाई सामने लाने की वजह से उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं। शर्मा ने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार और जांच एजेंसियों से मदद की अपील की है।
सरकारी गवाह बनने की अपील:
गौरतलब है कि लोकेश शर्मा ने हाल ही में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में आवेदन देकर खुद को इस मामले में सरकारी गवाह बनाने की अपील की है। उनका कहना है कि वो सच्चाई को सबूतों के साथ अदालत और जनता के सामने लाने के लिए तैयार हैं। शर्मा ने स्पष्ट किया कि फोन टैपिंग में उनकी कोई भूमिका नहीं थी, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर उन्होंने मीडिया में ऑडियो क्लिप्स प्रसारित की थीं।
सच उजागर करने की कीमत:
लोकेश शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सच्चाई उजागर करने के बाद से उन्हें गंभीर धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “मैंने अदालत में सच्चाई लाने का निर्णय लिया है, लेकिन मुझे और मेरे परिवार को अब खतरा महसूस हो रहा है।”
सरकार से सुरक्षा की मांग:
शर्मा ने कहा कि उनके पास इस मामले में कई अहम सबूत हैं, जो सच्चाई को साबित कर सकते हैं। उन्होंने सरकार से गुहार लगाते हुए कहा, “मेरे परिवार को सुरक्षित रखना सरकार की जिम्मेदारी है। मुझे उम्मीद है कि मेरी अपील को गंभीरता से लिया जाएगा।”
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फोन टैपिंग मामला:
राजस्थान का फोन टैपिंग मामला एक बड़ा राजनीतिक विवाद बन चुका है। इस मामले में राजनीतिक दलों के बीच तीखी बयानबाजी हो चुकी है। लोकेश शर्मा का यह बयान इसे एक नई दिशा दे सकता है।
सरकार की ओर से अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन शर्मा की अपील के बाद यह मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है।