राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (RGHS) की नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं, जिनके तहत अब मरीजों के पंजीयन के समय लाइव फोटो लेना अनिवार्य कर दिया गया है। यह बदलाव आइपीडी, ओपीडी और डे-केयर में इलाज कराने वाले मरीजों पर लागू होगा। इस नई प्रणाली को लाभार्थी पहचान प्रणाली (BIS) नाम दिया गया है।
संभावित दिक्कतें:
- मरीजों की लाइव तस्वीर अब ओपीडी पर्ची पर नजर आएगी।
- बार-बार अस्पताल आने में असमर्थ मरीजों को दवाइयां या इलाज कराने में परेशानी हो सकती है क्योंकि उन्हें हर बार लाइव फोटो के लिए अस्पताल आना होगा।
- फॉलो-अप दवा लेने वालों को भी इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा।
BIS नियम:
- अगर कोई मरीज पहले ही किसी अन्य समान सुविधा में आइपीडी या डे-केयर की सेवाएं ले चुका है, तो ओपीडी के लिए नया BIS उत्पन्न नहीं किया जाएगा।
- निजी अस्पतालों में, ओपीडी वॉलेट बैलेंस 135 रुपये से कम होने पर ओपीडी टीआईडी उत्पन्न नहीं होगा।
यह बदलाव मरीजों की पहचान और इलाज प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए किया गया है।