इस रविवार, 8 दिसंबर को उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान आयोजित होगा। जिला टास्क फोर्स की बैठक में अभियान की तैयारियों की समीक्षा की गई। अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. दुलीचंद मीना ने कहा कि “हर बच्चे तक पहुंचना प्राथमिकता है” और बेहतर माइक्रो प्लानिंग के निर्देश दिए।
मुख्य बिंदु:
- स्कूलों की तैयारी:
शिक्षा विभाग के एपीसी को निर्देश दिया गया है कि जिन विद्यालयों में टीकाकरण बूथ बनेगा, वे खुले रहें और टेबल-कुर्सी की व्यवस्था सुनिश्चित हो। प्रार्थना सभा और बच्चों की डायरी के माध्यम से पोलियो अभियान की जानकारी दी जाएगी। - बिजली आपूर्ति:
जोधपुर डिस्कॉम को पोलियो वैक्सीन स्टोरेज पॉइंट्स पर निरंतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
पोलियो अभियान का लक्ष्य:
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार गुप्ता ने सभी ब्लॉक सीएमओ को निर्देशित किया कि कच्ची बस्तियों और नई कॉलोनियों को माइक्रो प्लान में शामिल कर 4,21,602 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाए। खासतौर पर कोलायत और खाजूवाला के ईंट भट्टों और कच्ची बस्तियों के बच्चों पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।
सहयोग और तैयारियां:
- स्वास्थ्य विभाग और अन्य सहयोगी संगठन:
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, नर्सिंग विद्यार्थी, एनसीसी, स्काउट-गाइड और रोटरी क्लब भी अभियान में सहयोग करेंगे। - वैक्सीन उपलब्धता:
जल्द ही 5 लाख पोलियो वैक्सीन डोज जिले को मिलेंगी, जिन्हें कोल्ड चेन पॉइंट्स पर भेजा जाएगा।
तकनीकी मार्गदर्शन और सहयोग:
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. अनुरोध तिवारी ने तकनीकी पहलुओं पर जानकारी दी। बैठक में स्काउट के सीईओ जसवंत सिंह, सहायक निदेशक आयुर्वेद डॉ. सुरेश सैनी, यूनिसेफ और यूएनडीपी के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
सभी के सहयोग से यह अभियान सफल बनाने की अपील की गई है।