ढाका/नई दिल्ली: बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के प्रमुख चेहरा चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। देश में इस मुद्दे पर भारी तनाव है, वहीं भारत में भी इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल इस्लाम ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू सुरक्षित हैं और इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने का कोई इरादा नहीं है।
प्रमुख बिंदु:
- चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी:
- सोमवार को हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दास को गिरफ्तार किया गया।
- उन पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है।
- चटगांव की एक अदालत ने उनकी जमानत अर्जी खारिज कर जेल भेज दिया।
- हिंसा और तनाव:
- गिरफ्तारी के बाद दास समर्थकों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई।
- इस झड़प में एक वकील की मौत भी हो गई।
- सरकार की प्रतिक्रिया:
- प्रेस सचिव शफीकुल इस्लाम ने कहा कि इस्कॉन पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा।
- उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं और मीडिया को वास्तविकता दिखाने के लिए आमंत्रित किया।
भारत का रुख:
- भारत सरकार ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।
- विदेश मंत्रालय ने कहा कि बांग्लादेश सरकार को अपने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
- भारत ने बांग्लादेश में कट्टरपंथी गतिविधियों और हिंसा पर चिंता व्यक्त की है।
अर्थिक कार्रवाई:
- बांग्लादेश के वित्तीय अधिकारियों ने इस्कॉन से जुड़े 17 लोगों के बैंक खातों पर रोक लगाई है।
- इन लोगों को तीन दिनों के भीतर अपने लेन-देन की जानकारी देने का निर्देश दिया गया है।