बीकानेर। राजस्थान की एकमात्र खेल विद्यालय, सादुल स्पोर्ट्स स्कूल, वर्षों से उपेक्षा का शिकार है। खिलाड़ियों की डाइट मनी पिछले 17 वर्षों से नहीं बढ़ाई गई है, जिससे उन्हें उचित पोषण तक नहीं मिल पा रहा है। लगातार प्रदर्शन और पत्राचार के बाद भी कोई समाधान नहीं निकलने पर आज दो खिलाड़ियों ने स्कूल के बाहर अनशन शुरू कर दिया।
बास्केटबॉल टीम के कप्तान रहे दानवीर सिंह भाटी और भैरू रतन ओझा ने भूख हड़ताल पर बैठते हुए अपनी मांगों को दोहराया। दानवीर सिंह का कहना है कि शिक्षा विभाग और सरकार दोनों ही इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। भैरू रतन ने बताया कि बीकानेर के जनप्रतिनिधियों द्वारा सरकार को पत्र भेजे जाने के बावजूद केवल आंशिक सुधार हुए हैं। खिलाड़ियों की प्रमुख मांगें अब भी पूरी नहीं हुई हैं।
मुख्य मांगे:
- डाइट मनी में वृद्धि:
बच्चों की डाइट मनी ₹100 से बढ़ाकर ₹300 प्रतिदिन की जाए। - प्रशिक्षकों की नियुक्ति:
रिक्त पदों पर योग्य प्रशिक्षकों और सहायक प्रशिक्षकों की नियुक्ति हो। - बंद सुविधाएं पुनः शुरू हों:
वर्षों से बंद पड़ी डिस्पेंसरी और स्विमिंग पूल को फिर से चालू किया जाए। - खाना बनाने के लिए स्थाई कुक:
खिलाड़ियों के लिए खाना बनाने हेतु 5 स्थाई कुक की नियुक्ति हो। - खेल उपकरणों का बजट:
खेल उपकरणों के बजट को ₹2 लाख से बढ़ाकर ₹10 लाख किया जाए। - बुनियादी सुविधाओं का सुधार:
खेल मैदानों और हॉस्टलों में कूलर, गीजर जैसी सुविधाएं बहाल की जाएं।
खेल प्रेमियों और सरकार से अपील:
खिलाड़ियों ने उम्मीद जताई है कि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से लेगी और शीघ्र समाधान निकालेगी। स्कूल के खिलाड़ियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका अनशन जारी रहेगा।

