मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में अवैध गांजे की खेती के बड़े मामले का पर्दाफाश हुआ है। जिले के पिपरई थाना क्षेत्र के खानपुर गांव में पांच थानों की पुलिस टीम ने छापा मारा। कार्रवाई के दौरान खेत में पांच से छह फीट ऊंचाई के गांजे के पेड़ खड़े मिले, जिन्हें कटवाकर जब्त किया गया।
पुलिस कार्रवाई:
- पुलिस टीम की दबिश:
- पिपरई पुलिस के साथ कोतवाली, देहात, शाढ़ौरा, कचनार और पुलिस लाइन की टीम शामिल थी।
- गांव में सड़क से आधा किलोमीटर अंदर खेत में बने घर के पीछे गांजे की खेती पाई गई।
- 216 पेड़ों की जब्ती:
- कुल 216 गांजे के पेड़ काटे गए, जिनका वजन 2 क्विंटल 5 किलो 800 ग्राम था।
- खेत और घर का मालिक लालाराम यादव बताया जा रहा है, लेकिन मौके पर कोई नहीं मिला।
- एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज:
- पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
- हालांकि, अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
स्थानीय प्रशासन का बयान:
थाना प्रभारी हुकुमसिंह मीणा ने बताया कि सूचना मिलने पर कार्रवाई की गई। हालांकि, मौके पर कोई भी व्यक्ति नहीं मिला, जिससे गिरफ्तारी नहीं हो पाई।
गांव में गांजे की खेती का इतिहास:
खानपुर गांव में यह पहला मामला नहीं है। पिछले वर्षों में भी यहां गांजे की खेती पकड़ी जा चुकी है। इसके बावजूद नशे के इस कारोबार पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पाई है।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई:
पिछले कुछ वर्षों में जिले के अन्य हिस्सों में भी अवैध गांजे की खेती के खिलाफ पुलिस ने कई बार बड़ी कार्रवाई की है। फिर भी, यह अवैध कारोबार अभी भी जारी है।

