देश की प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड 2025 को लेकर जॉइंट एडमिशन बोर्ड (JAB) ने एक बड़ा फैसला लिया है। सोमवार को हुई बैठक में परीक्षा के लिए प्रयासों की अधिकतम सीमा को तीन से घटाकर दो कर दिया गया। यह बदलाव उन छात्रों के लिए निराशाजनक है, जो हाल ही में तीन प्रयासों की घोषणा से राहत महसूस कर रहे थे।
फैसले का असर:
- छात्रों की उम्मीदों को झटका:
- हाल ही में तीन प्रयासों की अनुमति दी गई थी, जिससे छात्रों को तैयारी के लिए अतिरिक्त समय और मौके मिलने की उम्मीद थी।
- अब अचानक किए गए इस बदलाव से छात्रों की तैयारियों और योजनाओं पर असर पड़ेगा।
- कोटा की कोचिंग इंडस्ट्री पर प्रभाव:
- कोचिंग हब कोटा में छात्र संख्या बढ़ने की उम्मीद थी।
- तीन अटेम्प्ट से प्रेरित होकर कई अभ्यर्थी कोटा के कोचिंग सेंटर में एडमिशन लेने की योजना बना रहे थे।
- अब इस फैसले से कोचिंग इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा है।
जेएबी का निर्णय:
जॉइंट एडमिशन बोर्ड (JAB) ने शुक्रवार को अपनी बैठक में यह निर्णय लिया।
- 2013 के पहले लागू पात्रता मानदंड को बहाल किया गया है।
- जेईई एडवांस्ड के लिए दो प्रयासों की अधिकतम सीमा फिर से लागू कर दी गई है।
पृष्ठभूमि:
- 05 नवंबर को, बोर्ड ने तीन प्रयासों की अनुमति दी थी।
- छात्रों और कोचिंग संस्थानों ने इस निर्णय का स्वागत किया था।
- अब अचानक इस बदलाव से छात्रों की मानसिकता और तैयारी पर गहरा प्रभाव पड़ेगा।
छात्रों की प्रतिक्रिया:
- छात्रों ने इस फैसले को “अचानक और असंवेदनशील” करार दिया है।
- कई छात्रों का कहना है कि दो प्रयासों की सीमा उन्हें अतिरिक्त दबाव में डाल देगी।

