दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी (AAP) को आज बड़ा झटका लगा जब परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। गहलोत ने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखते हुए सरकार और पार्टी की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने पत्र में आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार से लगातार टकराव में उलझी रहती है, जिससे विकास कार्य बाधित होते हैं। गहलोत ने कहा, “पार्टी जनता से किए वादों को पूरा करने में रुचि नहीं रखती, बल्कि केंद्र के साथ विवाद में अपना समय और संसाधन बर्बाद करती है।”
मुख्य आरोप:
- जन वादों की अनदेखी: गहलोत ने कहा कि पार्टी ने यमुना की सफाई का वादा किया था, लेकिन दस सालों में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। यमुना की हालत बदतर होती गई और प्रदूषण घटने के बजाय बढ़ता गया।
- मुख्यमंत्री आवास का रिनोवेशन: गहलोत ने कहा कि सादगी का वादा करने वाली सरकार ने जनता के पैसे का दुरुपयोग करते हुए मुख्यमंत्री आवास को “शीश महल” में तब्दील कर दिया।
- विकास कार्यों की विफलता: केंद्र सरकार से तालमेल की कमी के चलते जनहित के कार्य ठप पड़े हैं।
- जनता के धन का दुरुपयोग: गहलोत ने आरोप लगाया कि पार्टी ने जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपये अनावश्यक कामों में खर्च कर दिए।
भविष्य पर सवाल:
कैलाश गहलोत का इस्तीफा और उनके द्वारा लगाए गए आरोप पार्टी के लिए एक गंभीर चुनौती है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा, “यह पार्टी अब अपने मूल सिद्धांतों से भटक चुकी है।”

