


हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान मंगाए गए समोसे को लेकर शुरू हुए विवाद ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। कथित तौर पर CID जांच होने की खबरों के बाद विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोला और इसे सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाते हुए मजाक का मुद्दा बताया। भाजपा नेताओं ने इसे प्रदेश की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला बताया और कहा कि गंभीर मुद्दों को दरकिनार करते हुए “समोसे” पर CID जांच कराई जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता जयराम ठाकुर ने इस मामले पर कहा, “हिमाचल में सरकार की प्राथमिकताएं समोसे तक सीमित हो गई हैं। राज्य में अपराध और भ्रष्टाचार के मामलों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है, लेकिन समोसे के गायब होने पर जांच बिठाई जा रही है।”
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इन आरोपों को खारिज करते हुए सफाई दी कि यह समोसे का मामला नहीं, बल्कि CID कार्यालय में एक दुर्व्यवहार की जांच थी। उन्होंने कहा कि “मीडिया ने इस मामले को समोसे से जोड़कर तूल दे दिया। वास्तव में समोसे का मुद्दा बिल्कुल भी नहीं था।”
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कारणों से बाहर का खाना नहीं खाते। CID कार्यक्रम में ऑर्डर की गई खाने की चीजों के विषय में एक आंतरिक जांच जरूर की गई थी, लेकिन इसे CID जांच का नाम देना गलत है। उन्होंने कहा, “सरकार का इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं था, यह CID का आंतरिक मामला था। राज्य की छवि को खराब करने के लिए इसे राजनीतिक रंग देना उचित नहीं है।”
- Advertisement -
CID के डीजी संजीव रंजन ओझा ने भी स्पष्ट किया कि यह पूरी तरह CID का विभागीय मामला था, और इसे अनावश्यक तूल दिया गया है। उन्होंने कहा, “यह एक साधारण पूछताछ थी कि मंगाए गए खाने का सामान कहाँ गया, इसे बड़ा मुद्दा बनाना उचित नहीं है। सरकार का इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं है।”

सोशल मीडिया पर इस विवाद को लेकर कई लोग चुटकी ले रहे हैं। राज्य में भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर समोसे की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “समोसा क्यों ट्रेंड कर रहा है?” वहीं, राज्य में भाजपा समर्थकों ने ‘समोसा पार्टी’ भी आयोजित की।
वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने इस मुद्दे पर तंज कसते हुए कहा कि “अगर आप समोसे तक नहीं पहुंच सकते, तो समोसा आपके पास आ जाएगा। समोसा हर भारतीय की जिंदगी का हिस्सा है, चाहे शरीर में हो या आत्मा में।”
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे व्यंग्यात्मक तरीके से लिया। एक यूजर ने लिखा, “लगता है समोसे नहीं, सोने के सिक्के हों!” वहीं, एक और यूजर ने कहा, “हिमाचल सरकार ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है – गुम हुए समोसे की CID जांच करवाने वाला पहला राज्य बन गया है।”
निष्कर्ष:
समोसे पर हुई इस कथित CID जांच ने हिमाचल की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। सरकार इसे विभागीय मुद्दा बता रही है जबकि विपक्ष इसे राज्य सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाने का जरिया बना रहा है।